दुनिया के सबसे आक्रामक और बेहतरीन बल्लेबाज
रिचर्ड्स का का करियर रिकॉर्ड काफी शानदार है। उन्होंने 187 एकदिवसीय मैचों में 6,721 रन बनाए थे, जबकि 121 टेस्ट में 8,540 रन बनाए थे। उन्हें आज भी दुनिया का सबसे आक्रामक बल्लेबाज माना जाता है। एक ऐसा बल्लेबाज, जो गेंदबाजों पर दबदबा बनाकर बल्लेबाजी करता था।
जोखिम के बारे में था पता
रिचडर्स ने वॉटसन से कहा कि विंडीज के लिए खेलते वक्त उनका जुनून ऐसा था कि उन्हें मैदान पर खेलते समय मरना भी मंजूर था। उन्होंने कहा कि वह जानते थे कि बिना हेलमेट के बल्लेबाजी में कितने जोखिम है, इसके बावजूद वह कभी डरे नहीं और पूरे करियर बिना हेलमेट के ही मैदान में निडर होकर बल्लेबाजी की।
बेखौफ खिलाड़ियों से ली प्रेरणा
इस पर जब वॉटसन ने जब पूछा कि 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली गेंद को हेलमेट के बिना खेलना… तो उन्होंने कहा कि वह बेखौफ खेलने वाले दूसरे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते थे। उदाहरण देते हुए कहा कि फार्मूला वन रेसिंग कार चलाने वालों को देखो, उससे खतरनाक क्या हो सकता है।
इस दौरान रिचर्ड्स ने यह भी बताया कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने 1982 से 1984 के दौरान बागी विंडीज टीम का हिस्सा बनकर दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से इनकार कर दिया था। उस समय दक्षिण अफ्रीकी सत्ता रंगभेदी थी। लॉरेंस रोव की कप्तानी वाली बाकी टीम ने रंगभेद काल के दौरान दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। इस टीम में कोलिन क्रॉफ्ट भी शामिल थे।
मंडेला से मोनाको में हुई मुलाकात
रिचर्ड्स ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी सरकार समाप्त हो जाने के बाद नेल्सन मंडेला से उनकी मुलाकात मोनाको में हुई थी। विव रिचर्डस, मंडेला के संरक्षण में बने लॉरेस स्पोर्ट्स फॉर गुड के संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने बताया कि वह उस समय हमारे मुख्य अतिथि थे। नेल्सन हर किसी से जाकर मिल रहे थे। जब वह उनके सामने रुके तो मंडेला ने उनसे हाथ मिलाते हुए कहा कि विव तुम्हें यह बताना चाहता हूं कि रंगभेद काल के दौरान तुम्हारे दक्षिण अफ्रीका न जाने के फैसले से हम सब बहुत खुश थे।