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विवियन रिचर्ड्स में क्रिकेट को लेकर था जबरदस्त जज्बा, देश के लिए मैदान में मरना तक मंजूर

locationनई दिल्लीPublished: Apr 10, 2020 12:35:05 pm

Submitted by:

Mazkoor

रंगभेद नीति के खिलाफ Sir Vivian Richards के दक्षिण अफ्रीका का दौरा न करने पर नेल्सन मंडेला ने की थी तारीफ।

Vivian Richards

Vivian Richards

नई दिल्ली : कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण पूरी दुनिया में लॉकडाउन लगा है। इस दौरान खिलाड़ी अपने प्रशंसकों से जुड़े रहने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। ऐसे समय में प्रशंसकों के चहेते क्रिकेटर विंडीज के दिग्‍गज और विस्फोटक बल्‍लेबाज सर विवियन रिचर्ड्स (Sir Vivian Richards) से एक पॉडकॉस्ट के लिए शेन वॉटसन (Shane Watson) ने बातचीत की। इस दौरान जब वॉटसन ने उनसे पूछा कि 150 से ज्यादा की रफ्तार से आ रही गेंदों पर भी आप बल्लेबाज के दौरान हेलमेट क्यों नहीं पहनते थे तो उन्होंने कहा कि मरना पसंद था, लेकिन हेलमेट नहीं।

दुनिया के सबसे आक्रामक और बेहतरीन बल्‍लेबाज

रिचर्ड्स का का करियर रिकॉर्ड काफी शानदार है। उन्होंने 187 एकदिवसीय मैचों में 6,721 रन बनाए थे, जबकि 121 टेस्‍ट में 8,540 रन बनाए थे। उन्हें आज भी दुनिया का सबसे आक्रामक बल्लेबाज माना जाता है। एक ऐसा बल्लेबाज, जो गेंदबाजों पर दबदबा बनाकर बल्लेबाजी करता था।

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जोखिम के बारे में था पता

रिचडर्स ने वॉटसन से कहा कि विंडीज के लिए खेलते वक्त उनका जुनून ऐसा था कि उन्हें मैदान पर खेलते समय मरना भी मंजूर था। उन्‍होंने कहा कि वह जानते थे कि बिना हेलमेट के बल्लेबाजी में कितने जोखिम है, इसके बावजूद वह कभी डरे नहीं और पूरे करियर बिना हेलमेट के ही मैदान में निडर होकर बल्‍लेबाजी की।

बेखौफ खिलाड़ियों से ली प्रेरणा

इस पर जब वॉटसन ने जब पूछा कि 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली गेंद को हेलमेट के बिना खेलना… तो उन्होंने कहा कि वह बेखौफ खेलने वाले दूसरे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते थे। उदाहरण देते हुए कहा कि फार्मूला वन रेसिंग कार चलाने वालों को देखो, उससे खतरनाक क्या हो सकता है।

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रंगभेद के खिलाफ अड़ जाने के लिए मंडेला से मिली सराहना

इस दौरान रिचर्ड्स ने यह भी बताया कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने 1982 से 1984 के दौरान बागी विंडीज टीम का हिस्सा बनकर दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से इनकार कर दिया था। उस समय दक्षिण अफ्रीकी सत्ता रंगभेदी थी। लॉरेंस रोव की कप्तानी वाली बाकी टीम ने रंगभेद काल के दौरान दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। इस टीम में कोलिन क्रॉफ्ट भी शामिल थे।

मंडेला से मोनाको में हुई मुलाकात

रिचर्ड्स ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी सरकार समाप्त हो जाने के बाद नेल्सन मंडेला से उनकी मुलाकात मोनाको में हुई थी। विव रिचर्डस, मंडेला के संरक्षण में बने लॉरेस स्पोर्ट्स फॉर गुड के संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने बताया कि वह उस समय हमारे मुख्य अतिथि थे। नेल्सन हर किसी से जाकर मिल रहे थे। जब वह उनके सामने रुके तो मंडेला ने उनसे हाथ मिलाते हुए कहा कि विव तुम्हें यह बताना चाहता हूं कि रंगभेद काल के दौरान तुम्हारे दक्षिण अफ्रीका न जाने के फैसले से हम सब बहुत खुश थे।

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