कपिल देव ने पिछले वर्ष कहा था कि सचिन शतक बनाना जानते हैं। साथ ही कपिल ने कहा था कि उन्होंने सचिन जैसा टैलेंट नहीं देखा, लेकिन वह निर्दयी बल्लेबाज नहीं थे। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के टेस्ट में ज्यादा दोहरे शतक न लगा पाने पर सवाल उठाए थे। टेस्ट क्रिकेट में सचिन ने 51 शतक लगाए हैं। वहीं उन्होंने पहली बार दोहरा शतक 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में लगाया था। तेंदुलकर के 51 शतकों में से सिर्फ 20 ही ऐसे हैं, जिसमें उन्होंने 150 से ज्यादा रन बनाए।
कपिल देव ने कहा था कि सचिन मुंबई से हैं और उनकी मानसिकता थी कि शतक बनाने के बाद फिर से नई शुरुआत करते हैं। कपिल का कहना था कि उन्हें सचिन यह तरीका पसंद नहीं। कपिल ने कहा था कि उन्होंने सचिन से कहा था कि वह शानदार बल्लेबाज हैं, उनसे गेंदबाजों को डरना चाहिए। लेकिन शतक बनाने के बाद वह तेजी से खेलने की बजाय सिंगल्स लेते थे।
कपिल देव ने कहा था कि सचिन तेंदुलकर जैसे बल्लेबाज को अपने टेस्ट कॅरियर में कम से कम पांच तिहरे शतक जड़ने चाहिए थे। कपिल देव ने कहा था कि सचिन को 10 दोहरे शतक लगाने चाहिए थे, क्योंकि सचिन तेंदुलकर जैसा बल्लेबाज तेंज गेंदबाजों और स्पिनरों को हर ओवर में बाउंड्री के बाहर मार सकता है। सचिन ने वर्ष 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला दोहरा शतक लगाया था। वर्ष 2013 में उन्होंने संन्यास ले लिया था। उन्होंने 200 टेस्ट में 54.04 की औसत से 15921 रन बनाए।