ICC WTC Final: फैन ने ऋषभ पंत से की गाबा के प्रदर्शन को दोहराने की डिमांड
इन 4 कारणों के चलते हारी टीम इंडिया
ओपनर्स का फ्लॉप रहना पड़ा भारी
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया के ओपनर्स सेट होने बाद भी अपनी टीम को अच्छी शुुरुआत नहीं दे पाए। रोहित शर्मा ने पहली पारी में 34 और दूसरी में 30 रन बनाए। वहीं शुभमन गिल पहली पारी में 28 और दूसरी पारी में 8 रन का ही योगदान दे पाए। इसका दबाव मध्यक्रम पर आया।
कोहली का विलियमसन की तरह कप्तानी पारी ना खेलना
कप्तान कोहली अक्सर बड़े मैच में फ्लॉप ही रहते हैं और यही हाल उनका इस सीरीज में भी रहा। पहले पारी में उन्होंने 44 रनों की बेहद ही धीमी पारी खेली थी तो दूसरी पारी में सिर्फ 13 रनों का ही योगदान दे पाए। बतौर कप्तान उनके पास आईसीसी की पहली ट्रॉफी जीतने का अवसर भी था, लेकिन वह पूरी तरह फेल साबित हुए।
पुछल्ले बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 249 रन बनाकर 32 रन की बढ़त हासिल की थी। 162 रन पर 6 विकेट गिरने के बाद भी भारतीय गेंदबाज जल्दी से न्यूजीलैंड की टीम को आउट नहीं कर पाए। पेसर काइल जैमीसन ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए 21 रन पीट दिए, उन्होंने साउदी के साथ उपयोगी रन जोड़े। जबकि भारत कम से कम 50 रन पहले कीवी पारी समेट सकता था।
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तेज गेंदबाजों का लचर प्रदर्शन
जिस पिच पर न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को एक—एक के लिए तरसा दिया। वहीं भारतीय तेज गेंदबाज न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों पर लगाम लगाने में नाकामयाब रहे। जबकि मौसम, पिच सब तेज गेंदबाजी के अनुकूल थी। ईशांत शर्मा को छोड़कर किसी भी खिलाड़ी की गेंद स्विंग होते नजर नहीं आई। शमी ने पहली पारी में जरूर चार विकेट चटकाए, लेकिन दोनों पारियों में जसप्रीत बुमराह का आत्मविश्वास खोया रहा। जबकि बुमराह टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी की रीढ़ माने जा रहे थे।