भारत को सेमीफाइनल में हराकर आत्मविश्वास के साथ फाइनल में पहुंची वेस्टइंडीज टीम का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के साथ ईडन गार्डन में चल रहा है
कोलकाता। भारत को सेमीफाइनल में हराकर आत्मविश्वास के साथ फाइनल में पहुंची वेस्टइंडीज टीम का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के साथ ईडन गार्डन में चल रहा है। दोनों टीमों के पावर हिटर बल्लेबाजों के बीच रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद है। देश के क्रिकेट बोर्ड के साथ वेतन भुगतान के कारण टूर्नामेंट के लिए आने से ही लगभग इनकार कर चुकी कैरेबियाई टीम ने भारत आने के बाद से शानदार प्रदर्शन किया है। ग्रुप चार के अंतिम मैच में हालांकि टीम अफगानिस्तान के खिलाफ उलटफेर का शिकार हो गई थी, लेकिन इसके अलावा टीम का प्रदर्शन बेजोड़ रहा है।
दूसरी तरफ इंग्लैंड को महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के अलावा किसी ने टूर्नामेंट से पहले खिताब का दावेदार नहीं बताया था। दोनों टीमों के बीच अधिक अंतर नहीं है और दोनों की नजरें वर्ल्ड टी20 खिताब दो बार जीतने वाली पहली टीम बनने पर टिकी है। इंग्लैंड ने 2010 में यह खिताब जीता था, जबकि इसके दो साल बाद 2012 में वेस्टइंडीज चैम्पियन बना था।
ईडन गार्डन्स 1987 के बाद पहली बार टी 20 वर्ल्ड कप फाइनल की मेजबानी कर रहा है। तब माइक गैटिंग की अगुआई वाली इंग्लैंड की टीम को एकदिवसीय वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात रन से हार का सामना करना पड़ा था। अब 29 साल बाद इंग्लैंड की टीम एक बार फिर इस मैदान पर वर्ल्ड टी20 फाइनल खेल रही है और गैटिंग के उस बदनाम रिवर्स स्विप के बुरे सपने से उबरने की कोशिश करेगी।
इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक चार मैच जीते हैं, जबकि नौ मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा लेकिन इयोन मोर्गन की धैर्यपूर्ण कप्तानी उसे मजबूत दावेदार बनाती है। वेस्टइंडीज का सफर अब तक बेहतरीन रहा है। टीम के 15 में से 12 सदस्य टूर्नामेंट से ठीक पहले यहां आने के लिए राजी हुए और मैच अभ्यास का टीम को अधिक मौका नहीं मिला।
इस बड़ी प्रतियोगिता से पहले अभ्यास के नाम पर वेस्टइंडीज ने दुबई में आनन-फानन में आयोजित एक हफ्ते के शिविर में ही हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं टीम इस टूर्नामेंट में अपने तीन अहम खिलाडिय़ों सुनील नारायण, कीरोन पोलार्ड और डेरेन ब्रावो के बिना उतरी है। लेकिन टीम को अधिकांश समय अहम मौकों पर किसी का किसी खिलाड़ी ने उबार दिया।
सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ लेंडल सिमंस ने तूफानी पारी खेलकर अकेले दम पर टीम को जीत दिला दी। सिमंस को अंतिम समय में आंद्रे फ्लेचर के विकल्प के तौर पर टीम में शामिल किया गया था। वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी भी कह चुके हैं कि उनके पास 15 मैच विजेता हैं। जिन मैचों में स्टार खिलाड़ी क्रिस गेल नाकाम रहे, वहां टीम के लिए जानसन चार्ल्स और सिमंस जैसे खिलाडिय़ों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
टीमें इस प्रकार हैं:-
वेस्टइंडीज:
डेरेन सैमी (कप्तान), जानसन चार्ल्स, क्रिस गेल, मार्लन सैमुअल्स, लेंडल सिमंस, आंद्रे रसेल, दिनेश रामदीन, डवेन ब्रावो, कार्लोस ब्रेथवेट, सैमुअल बद्री, सुलेमान बेन, जेसन होल्डर, जिरोम टेलर, एविन लुईस और एश्ले नर्स।
इंग्लैंड:
इयोन मोर्गन (कप्तान), जेसन राय, जेम्स विन्स, एलेक्स हेल्स, जो रूट, मोईन अली, जोस बटलर, बेन स्टोक्स, सैम बिलिंग्स, डेविड विली, लियाम प्लंकेट, रीसी टोप्ले, क्रिस जोर्डन, आदिल राशिद और लियाम डासन।