1984 दंगा: अमिताभ के बयान से बढ़ सकती हैं टाइटलर की मुश्किलें
Published: Jun 03, 2015 02:33:00 pm
अमिताभ ने कहा था कि
इंदिरा की हत्या के समय दंगे भड़काने के मामले में आरोपी रहे जगदीश टाइटलर कहां थे, उन्हें इसकी जानकारी नहीं
नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब एक नया बयान सामने आया है, यह बयान फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन का है। इस मामले की सुनवाई के दौरान अमिताभ बच्चन ने कहा था कि इंदिरा गांधी की हत्या के समय दंगे भड़काने के मामले में आरोपी रहे कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर कहां थे, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। सिख विरोधी इन दंगों की जांच कर रही सीबीआई से 15 जून 2013 को अमिताभ ने यह बात कही थी।
जगदीश टाटलर ने कहा था कि दंगे भड़कने के वक्त वे अमिताभ बच्चन के साथ थे, ऎसे में अमिताभ का यह बयान टाइटलर के दावे के खिलाफ जाता है। वरिष्ठ वकील एचएस फुल्का ने बुधवार को सुनवाई के बाद मीडिया को बताया कि अमिताभ ने सीबीआई से कहा है कि 1 नवंबर 1984 को मैं इंदिरा गांधी के पार्थिव शरीर के पास तीन मूर्ति भवन में मौजूद था। मुझे नहीं पता कि टाइटलर कहां थे।
वहीं सिख विरोधी दंगे के एक मामले में दिल्ली की एक अदालत ने कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को लेकर सीबीआई से जवाब मांगा है। कोर्ट ने सीबीआई से पूछा है कि गवाहों को प्रभावित करने के आरोप पर क्या कार्रवाई की। दंगा पीडितों ने कोर्ट में आरोप लगाया है कि टाइटलर ने एक गवाह को प्रभावित करने की कोशिश की। दंगा पीडितों के मुताबिक कनाडा में रह रहे इस गवाह के रिश्तेदार के अकाउंट में 5 करोड़ रूपए जमा कराए गए थे।
कनाडा सरकार ने उस खाते को सीजकर दिया था। हालांकि बाद में खाते पर से प्रतिबंध को हटा लिया गया। मामले की अगली सुनवाई अब 26 जून को होगी। कड़कड़डूमा कोर्ट ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। कोर्ट ने कहा है कि सीबीआई यह बताए कि उसने कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ क्या कार्रवाई की।