शेल्टर होम के सफाई कर्मचारी को चाकूओं से गोदा
जानकारी के मुताबिक, दोनों आरोपी मंडावली इलाके के रहने वाले हैं और घटना वाले दिन दोनों जबरदस्ती शेल्टर होम में घुसने की कोशिश कर रहे थे। जब प्रवीण ने इसका विरोध किया तो दोनों ने लड़कों ने चाकूओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक, घटना के समय प्रवीण साफ-सफाई के लिए शेल्टर होम में जा रहा था। प्रवीण रात में नजदीकी अस्पताल में और दिन में शेल्टर होम में साफ-सफाई का काम करता था। घटना से पहले वो सफाई करने शेल्टर होम में जा रहा था। तभी आशिष और मैगी नाम के दो लड़कों ने उसे रोक लिया। ये दोनों लड़के प्रवीण को शेल्टर होम से थोड़ा सा दूर ले गए, जहां दोनों ने प्रवीण की हत्या कर दी।
प्रवीण ने इलाज के दौरान अस्पताल में तोड़ा दम
घायलवस्था में प्रवीण ने भागने की कोशिश की तो दोनों ने पीछे से प्रवीण के सिर पर ईंट फेंककर मार दी, जिससे प्रवीण वहीं गिर गया। जानकारी के मुताबिक, इन हत्यारों ने ही प्रवीण के घायल होने की जानकारी शेल्टर होम के सुपरवाईजर मंजीत को फोन कर दी। मंजीत ने तुरंत एंबुलेंस को फोन कर बुलाया और प्रवीण को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि इन दोनों लड़कों का साथ देने वाले कुछ लोग अभी फरार हैं। पुलिस ने इन लड़कों के पास से 14 मोबाइल और लैपटॉप बरामद किए हैं।
8-10 लोगों की गैंग इलाके में करती है गैर-कानूनी काम
– इस घटना को अपनी आंखों से देखने वाले एक शख्स का कहना है कि हत्यारों ने उसे भी धमकी दी है कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया तो वो उसके साथ भी यही हाल करेंगे। शेल्टर होम में रहने वाले लोगों का भी यही कहना है कि यहां पर 8-10 लोगों की एक गैंग है जो आपराधिक वारदातों को अंजाम देती है। ये लोग शेल्टर होम में रहने वाले और लोगों को भी तंग करते हैं। इसके अलावा चोरी-चकारी, नशा और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की वारदातों को अंजाम देते हैं।
– लोगों का कहना है कि ये लोग आसपास के इलाके में भी गैर-कानूनी कामों को अंजाम देते हैं। इस सबके बारे में पुलिस को कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन पुलिस है कि कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है और अब जब किसी बेकसूर की हत्या हो गई है, तब पुलिस की नींद टूटी है।
कुछ लोगों का ये भी कहना है कि यहां स्थित 6 शेल्टर होम्स में लोगों को बिना किसी जांच-पड़ताल के लाकर रखा जाता है, फिर ऐसे में किसी शख्स के क्रिमिनिल बैकग्राउंड का पता नहीं चलता। यहां के शेल्टर होम में करीब 300 लोग रहते हैं, जो सभी इस गैंग से परेशान हैं।