पुलिस बना रही दबाव
अशोक के वकील मोहित वर्मा ने मीडिया को बताया कि एडिशनल सेशन जज रजनी यादव की कोर्ट में अशोक को सोमवा दोपहर पेश किया गया। कोर्ट में अशोक ने जज के सामने खुद को निर्दोष बताया। अशोक ने कहा कि पुलिस ने मुझे फंसाया है, उसने ये भी कहा कि पुलिस ने हत्या का जुर्म कबूल करने के लिए मेरे ऊपर दबाव बनाया है। इसके बाद जज ने अशोक को 29 सिंतबर तक के लिए जेल भेज दिया गया।
अशोक के वकील मोहित वर्मा ने मीडिया को बताया कि एडिशनल सेशन जज रजनी यादव की कोर्ट में अशोक को सोमवा दोपहर पेश किया गया। कोर्ट में अशोक ने जज के सामने खुद को निर्दोष बताया। अशोक ने कहा कि पुलिस ने मुझे फंसाया है, उसने ये भी कहा कि पुलिस ने हत्या का जुर्म कबूल करने के लिए मेरे ऊपर दबाव बनाया है। इसके बाद जज ने अशोक को 29 सिंतबर तक के लिए जेल भेज दिया गया।
दो अन्य को भी पेश किया
अशोक के वकील मोहित वर्मा ने कहा कि अशोक निर्दोष है और पुलिस उसको फंसाने के लिए दबाव बना रही है। अशोक के अलावा कोर्ट में इस मामले में गिरफ्तार रेयान स्कूल के दो अन्य अधिकारियों फ्रांसिस और जेएस थॉमस को भी पेश किया गया। पेशी के बाद जेएस थॉमस ने कहा कि वह स्कूल का एचआर हैड नहीं है। वह तो सिर्फ अकाउंटेट है। थॉमस के वकील ने बताया कि आरोपी स्कूल में पगार बांटने का काम करता है।
अशोक के वकील मोहित वर्मा ने कहा कि अशोक निर्दोष है और पुलिस उसको फंसाने के लिए दबाव बना रही है। अशोक के अलावा कोर्ट में इस मामले में गिरफ्तार रेयान स्कूल के दो अन्य अधिकारियों फ्रांसिस और जेएस थॉमस को भी पेश किया गया। पेशी के बाद जेएस थॉमस ने कहा कि वह स्कूल का एचआर हैड नहीं है। वह तो सिर्फ अकाउंटेट है। थॉमस के वकील ने बताया कि आरोपी स्कूल में पगार बांटने का काम करता है।
प्रद्युम्न के पिता ने पीएमओ को लिखा पत्र प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने स्कूल दोबारा खोले जाने को लेकर कड़ा विरोध जताया है। वरुण ने पीएमओ को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की है। मांग की है कि सीबीआई जांच शुरू होने से पहले स्कूल न खोला जाए। सोमवार को 10 दिन के बाद रेयान इंटरनेशनल स्कूल दोबारा खुला, लेकिन फिर से इसे बंद कर दिया गया है। सोमवार को प्रद्युम्न के पिता ने स्कूल खुलने का विरोध किया थाा। उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन ने सबूतों से छेड़छाड़ की, फिर कैसे स्कूल को खुलने दिया जा सकता है। उनका कहना था कि स्कूल प्रबंधन ने सबूतों से छेड़छाड़ की, खून के निशान मिटाने की कोशिश भी की, फिर कैसे स्कूल को खुलने दिया जा सकता है।