मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को कोठापल्ली बाईपास रोड पर पुलिस चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान तमाम वाहनों के साथ दो ट्रकों को रोका गया। इनमें पुलिस को 12 टन अफ्रीकी कैटफिश भरी मिलीं।
वाहन चालकों के पास इस संबंध में कोई कागजात नहीं थे। इन्हें आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले के ओबिलिशेट्टीपालेम इलाके से लखनऊ पहुंचाया जा रहा था। टास्कफोर्स के एसीपी शोबन बाबू के मुताबिक इन कैटफिश की कीमत करीब 12 लाख रुपये है और संयुक्त आंध्र प्रदेश सरकार ने 1995 में कैटफिश की बिक्री पर पाबंदी लगा दी थी।
पकड़े गए आरोपियों में कृष्णा जिले स्थित किकालुरु मंडल के सुब्रह्मण्यम, शेषागिरी, चंक्रवर्ती, पांडु, साई, मुडिनेपल्ली मंडल स्थित देवापुडी गांव का रमंजालेयुलू और पश्चिमी गोदावररी जिला स्थित एलुरू मंडल के गुडीवडालंका का एलेती रामकृष्ण शामिल है।
इतनी भारी मात्रा में कैटफिश की बरामदगी से पुलिस हैरान रह गई। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि इसे वे कहां से लेकर आए थे, किसने सप्लाई दी थी और किसे डिलीवरी देनी थी। पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की भी तैयारी कर ली है।