जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के मुताबिक, एक खुफिया जानकारी मिलने के बाद रविवार सुबह यह मुठभेड़ ( Jammu and Kashmir encounter ) शुरू हुई। जिस जगह पर आतंकवादी छिपे हुए थे, वहां सुरक्षा बलों के पहुंचते ही उन्होंने भारी गोलीबारी शुरू कर दी।
मुठभेड़ सोपोर के रेबबन इलाके में शुरू हुई। कश्मीर पुलिस जोन ने ट्विटर पर लिखा, “सोपोर के रेबबन इलाके में एनकाउंटर शुरू हो गया है। पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर तैनात हैं। आगे की जानकारी दी जाएगी।” एनकाउंटर के साथ ही अधिकारियों ने सोपोर में मोबाइल इंटरनेट को सस्पेंड कर दिया है।
वहीं, इससे पहले पिछले सप्ताह उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में बुधवार रात भाजपा नेता के परिवार पर हुए आतंकवादी हमले में तीन सदस्य मारे गए थे। यह हमला बांदीपोरा पुलिस स्टेशन के करीब हुआ था, जब तीनों सदस्य परिवार की दुकान पर थे। इनमें भाजपा राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य 27 वर्षीय शेख वसीम बारी और उनके पिता शेख बशीर अहमद और भाई शेख उमर शामिल थे। ये पार्टी के पदाधिकारी भी थे।
पुलिस ने बाद में हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ होने की बात कही थी। बांदीपोरा में कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) विजय कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्होंने हमले में शामिल दो आतंकवादियों की पहचान की है। उनमें से एक आबिद स्थानीय आतंकवादी है और दूसरा एक विदेशी है।
कश्मीरी अलगाववादी नेता गिरफ्तार तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ सेहराई और अवैध जमात-ए-इस्लामी के कुछ सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सेहराई तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष हैं, जिसका पहले सैयद अली शाह गिलानी नेतृत्व करते थे, हाल ही उन्होंमें हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा दे दिया था। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ( J&K DGP Dilbagh Singh ) ने बताया कि इसके साथ ही जमात-ए-इस्लामी के अन्य सदस्यों को भी हिरासत में ले लिया गया है।
सेहराई ने गिलानी से पदभार संभाला था और वह 26 अलगाववादी दलों ( jammu kashmir separatist leades ) के समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तहरीक-ए-हुर्रियत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। हुर्रियत का यह गुट मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाला नहीं है, जिसने जम्मू-कश्मीर में हिंसा को समाप्त करने के तरीके के रूप में बातचीत की वकालत की है।
सेहराई का बेटा जुनैद सेहराई श्रीनगर के हिजबुल मुजाहिदीन का जिला कमांडर था और कुछ हफ्ते पहले अपने सहयोगी के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। बीते वर्ष केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद 5 अगस्त से ही कश्मीरी अलगाववादी नेता अशरफ सेहराई घर में नजरबंद थे।