scriptद्रविड़, पादुकोण, नेहवाल भी नहीं बच सके धोखाधड़ी से, निवेश कंपनी ने 800 लोगों को लगाया चूना | bengaluru ponzi scheme 800 investors dravid nehwal padukone chitfund | Patrika News

द्रविड़, पादुकोण, नेहवाल भी नहीं बच सके धोखाधड़ी से, निवेश कंपनी ने 800 लोगों को लगाया चूना

locationनई दिल्लीPublished: Mar 12, 2018 05:00:03 pm

Submitted by:

Mazkoor

कर्नाटक में निवेश कंपनी ने पोंजी स्कीम के जरिये ई मशहूर हस्तियों सेत 800 से ज्यादा निवेशकों को 300 करोड़ रुपए का चूना लगाया है।

vikram investment company

बेंगलूरु : दो साल पहले पश्चिम बंगाल में सारदा घोटाला सामने आने के बाद अब कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में भी पोंजी स्किम के तहत एक निवेश फर्म विक्रम इन्‍वेस्‍टमेंट कंपनी ने तकरीबन 800 लोगों को करीब 300 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। इस फर्म ने दिग्‍गज शटलर साइना नेहवाल , प्रकाश पादुकोण और क्रिकेटर राहुल द्रविड़ जैसे मशहूर हस्तियों को भी नहीं छोड़ा। मिली जानकारी के मुताबिक शिकार लोगों में इन महान खिलाड़ियों के अलावा अपने अपने क्षेत्र खेल, कला, फिल्म, राजनीति और अर्थ जगत से जुड़ी और भी कई हस्तियां शामिल हैं।

कंपनी के मालिक और एक खेल पत्रकार समेत कई गिरफ्तार
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उसने कंपनी के मालिक राघवेंद्र श्रीनाथ के साथ एजेंट नरसिम्हामूर्ति, केसी. नागराज और प्रह्लाद को गिरफ्तार कर लिया है। इन लोगों के साथ बेंगलूरु के एक चर्चित खेल पत्रकार सूत्रम सुरेश को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सुरेश खेल से जुड़ी हस्तियों को पोंजी स्कीम में निवेश करने के लिए तैयार करता था। उसके कहने पर कई खिलाड़ियों ने इस कंपनी में निवेश किया है। कंपनी ने निवेशकों को 40 प्रतिशत तक का रिटर्न देने का वादा किया था। इतने ज्‍यादा रिटर्न की लालच में कई लोगों ने कंपनी में निवेश किया था।
पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पता चला है कि निवेशकों में अपने अपने क्षेत्र के कई दिग्‍गज शामिल हैं। जांच अधिकारी बैंक खातों और दस्तावेज की जांच-पड़ताल में जुटे हैं। इस बीच, स्थानीय अदालत ने पोंजी स्कीम चलाने वाले आरोपियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

सारदा चिटफंड के बाद से सतर्क हुई जांच एजेंसियां
कुछ साल पहले पश्चिम बंगाल में भी इसी तरह की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। सारदा चिटफंड नामक कंपनी ने करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी। इसके बाद से सरकार इसे लेकर काफी सतर्क है। 2016 में संसदीय समिति ने पोंजी स्कीम से प्राप्त राशि के गलत उपयोग पर अंकुश लगाने की सिफारिश की थी। समिति ने सरकार से चिटफंड को लेकर सख्‍त कानून बनाने की भी सिफारिश की थी। वित्त मामलों पर संसद की स्थायी समिति ने ऐसे फर्मो के खिलाफ समयबद्ध कठोर कार्रवाई करने की भी मांग की थी। इसके बावजूद देश के कई हिस्सों में पोंजी स्कीम के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने का धंधा चल रहा है। सरकार इस पर पूरी तरह रोक नहीं लगा सकी है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो