जेडीयू नेता उमाशंकर सिंह भी हैं अभियुक्त
तेजस्वी यादव की इस टिप्पणी पर जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इकबाल अंसारी ने सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की और कहा कि तेजस्वी यादव ने 13 अगस्त के एक ट्वीट से राष्ट्रगीत का अपमान किया है। और उनके इस ट्वीट से भारतीय और भारतीयता को ठेस पहुंची है। इस केस में जदयू नेता ने उमाशंकर सिंह को भी अभियुक्त बनाया है। इन दोनों पर आईपीसी की धारा 124 (A) (राष्ट्रद्रोह), 120 (B), आईपीसी की धारा 501 (B), आईपीसी की धारा प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर एक्ट 69 (1971) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। याचिका में कहा गया है कि एक पूर्व उपमुख्यमंत्री के ऐसे राष्ट्र विरोधी ट्वीट से यह बात साबित हो जाती है कि इन्हें अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए न तो राष्ट्र के सम्मान की चिंता है और न ही राष्ट्र की छवि की।
तेजस्वी यादव की इस टिप्पणी पर जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इकबाल अंसारी ने सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की और कहा कि तेजस्वी यादव ने 13 अगस्त के एक ट्वीट से राष्ट्रगीत का अपमान किया है। और उनके इस ट्वीट से भारतीय और भारतीयता को ठेस पहुंची है। इस केस में जदयू नेता ने उमाशंकर सिंह को भी अभियुक्त बनाया है। इन दोनों पर आईपीसी की धारा 124 (A) (राष्ट्रद्रोह), 120 (B), आईपीसी की धारा 501 (B), आईपीसी की धारा प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर एक्ट 69 (1971) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। याचिका में कहा गया है कि एक पूर्व उपमुख्यमंत्री के ऐसे राष्ट्र विरोधी ट्वीट से यह बात साबित हो जाती है कि इन्हें अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए न तो राष्ट्र के सम्मान की चिंता है और न ही राष्ट्र की छवि की।
जनादेश अपमान यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी
इकबाल अंसारी ने कहा कि इस ट्वीट पर कड़ी आलोचना होने के बाद भी तेजस्वी यादव ने न तो इस ट्वीट को डिलीट किया और ना ही इसके लिए माफी मांगी। राजद नेता के रवैये से आहत होकर उन्हें अदालत की शरण लेनी पड़ी है। बता दें कि तेजस्वी यादव इस वक्त बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ जनादेश अपमान यात्रा कर रहे हैं। बुधवार रात को तेजस्वी यादव को भागलपुर में सभा करने की इजाजत नहीं दी गई। जिस जगह सभा होनी थी प्रशासन ने वहां धारा-144 लागू कर दी। इससे नाराज तेजस्वी यादव ने भागलपुर रेलवे स्टेशन पर धरना दिया।
इकबाल अंसारी ने कहा कि इस ट्वीट पर कड़ी आलोचना होने के बाद भी तेजस्वी यादव ने न तो इस ट्वीट को डिलीट किया और ना ही इसके लिए माफी मांगी। राजद नेता के रवैये से आहत होकर उन्हें अदालत की शरण लेनी पड़ी है। बता दें कि तेजस्वी यादव इस वक्त बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ जनादेश अपमान यात्रा कर रहे हैं। बुधवार रात को तेजस्वी यादव को भागलपुर में सभा करने की इजाजत नहीं दी गई। जिस जगह सभा होनी थी प्रशासन ने वहां धारा-144 लागू कर दी। इससे नाराज तेजस्वी यादव ने भागलपुर रेलवे स्टेशन पर धरना दिया।