पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मुखिया हेमा मौर्य समसा गांव में ही शुक्रवार देर शाम अन्य लोगों के साथ सरस्वती मूर्ति विसर्जन के लिए बूढ़ी गंडक नदी के घाट पर गई थीं। उनके घाट पर पहुंचते ही वहां पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान बदमाशों ने मुखिया को छह से अधिक गोली मारकर छलनी कर दिया। इस हमले में मुखिया हेमा मौर्य की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना की खबर मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
वहीं, आनन-फानन में घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बखरी के अनुमंडल पुलिस अधिकारी ( SDPO ) ओम प्रकाश ने शनिवार को बताया कि मुखिया की हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि आपसी रंजिश के कारण हत्या को अंजाम दिया गया है। तनावपूर्ण स्थिति को देखते पुलिस प्रशासन सतर्क है। गांव में पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गई है। हालांकि, अभी तक इस घटना में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।