मधुबनी के एसपी डॉ सत्यप्रकाश का कहना है कि तबलीगी जमात की तलाश में पुलिस की टीम मस्जिद पहुंची थी। लेकिन, मस्जिद से अचानक पथराव और फायरिंग शुरू हो गई। एसपी का कहना है कि इस पथराव में स्थानीय लोगों ने भी सहयोग किया। उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात समर्थकों के हमले के बाद बीडीओ और थानेदार किसी तरह वहां से जान बचाकर भागे । लेकिन हिंसा पर उतारू हमलावरों ने प्रशासन की एक गाड़ी में तोड़फोड़ कर उसे तालाब में गिरा दिया।
इधर, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 15 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। साथ ही 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। यहां आपको बता दें कि झंझारपुर के डीएसपी ने हमलावरों की ओर से पुलिस पर फायरिंग किए जाने की भी बात कही थी। एसपी ने एक मीडिया हाउस से बातचीत के दौरान यह भी बताया कि फिलहाल के जांच में यह पाया गया है कि उस मस्जिद में दिल्ली के निजामुद्दीन जमात में शामिल हुआ व्यक्ति नहीं था। लेकिन, उन्होंने उस मस्जिद में भी विदेशियों के होने की बात से इनकार नहीं किया। मधुबनी के एसपी ने बताया कि इस मस्जिद में आए लोग ज्यादातर नेपाल से आए है। फिलहाल, पूरे मामले की छानबीन की जा रही है लेकिन इस घटना से इलाके में तनाव का माहौल कायम है। साथ ही पुलिसकर्मियों की गतिविधि भी काफी बढ़ा दी गई है।