इस संबंध में पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, “आज सुबह हेमताबाद के विधायक देबेंद्र नाथ रॉय ( BJP MLA Dead Body Found ) का शव उत्तर दिनाजपुर स्थित रायगंज के देबेन मोरे के बलिया इलाके में एक मोबाइल शॉप के बरामदे की छत से लटका पाया गया।”
पुलिस ने आगे लिखा, “मृतक की शर्ट की जेब से एक सुसाइड नोट ( found a suicide note ) बरामद किया गया है। नोट में दो लोगों को उनकी मौत के लिए जिम्मेदार बताया गया है।”
अगले ट्वीट में पुलिस ने बताया, “जांच के सभी आवश्यक कदम जैसे कि ट्रैकर डॉग का इस्तेमाल, फोरेंसिक विशेषज्ञों की जांच उठाए जा रहे हैं। पोस्टमार्टम अभी किया जाना बाकी है। लोगों से अनुरोध किया जाता है कि वे अंदाजा, पक्षपातपूर्ण और निर्णय संबंधी निष्कर्षों पर न जाएं और जांच पूरी होने तक इंतजार करें।”
इस बीच भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने सोमवार को विधायक की मौत की सीबीआई जांच की मांग की। राहुल सिन्हा ने कहा, “हम हेमताबाद के भाजपा विधायक देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या की सीबीआई जांच की मांग करते हैं। इस हत्या के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है और इसे ऐसा किया गया है जिससे आत्महत्या नजर आए। मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ( mamta banerjee ) से अनुरोध करता हूं कि हत्या के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच का आदेश दिया जाए।”
रायगंज ज़िला एसपी सुमित कुमार के मुताबिक घटना के बारे में स्थानीय निवासियों से सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे की जांच जारी है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में विधायक देबेंद्र नाथ रॉय ( Debendra Nath Ray ) 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह रहस्यमय तरीके से एक स्थानीय बाजार के पास अपने घर से कुछ मीटर की दूरी पर लटके पाए गए। इससे पहले उन्हें 2016 में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के टिकट पर चुना गया था। हालांकि, रॉय के परिजनों ने आरोप लगाया कि राजनीति से ताल्लुक रखने के कारण उनकी हत्या की गई है और इस मामले की पूरी जांच कराए जाने की मांग की है।
राज्य के भाजपा नेताओं ने कहा कि लोगों का साफ मानना है कि उन्हें पहले मारा ( Debendra Nath Ray murder or Suicide ) गया और फिर उनके गांव में लटका दिया गया। पश्चिम बंगाल भाजपा ने ट्वीट किया, “उनका अपराध यह था कि वह 2019 में भाजपा में शामिल हो गए।”
राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता सायंतन बसु ने कहा, “अगर बंगाल में एक निर्वाचित विधायक सुरक्षित नहीं है, तो यहां आम लोगों की सुरक्षा क्या होगी? हम इस मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग करेंगे। राज्य में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है।”
वहीं, उत्तर दिनाजपुर जिले के तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) के नेता अमल आचार्य ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें फौरन सजा मिलनी चाहिए।
घटना की निंदा करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “रॉय की हत्या की गई है।” विजयवर्गीय ने हत्या के पीछे रॉय की राजनीतिक संबद्धता पर भी सवाल उठाए।