असम के रहनेवाले हैं सभी मासूम लामा जानकारी के मुताबिक, बुधवार को प्रसन्ना ज्योति नवीस स्कूल और मेडिटेशन सेंटर के 15 बच्चों ने संचालक बांग्लादेशी बौद्ध भिक्षु पर अनैतिक यौनाचार का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए देर रात ही आरोपी बौद्धभिक्षु को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस के मुताबिक, इस मामले में तीन अन्य भिक्षुओं सहित तीन स्थानीय लोगों को भी हिरासत में लिया गया था। गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि सभी बच्चे असम के रहनेवाले हैं और यहां बौद्ध शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पूछताछ के दौरान पीड़ित लामाओं ने जो बयान दिया है वो काफी चौंकाने वाले और चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत गया के विष्णुपद थाने में केस दर्ज किया गया है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
घटना के बाद बुलाई गई आपात बैठक एसएसपी ने यह भी कहा कि अभी सभी पीड़ित बच्चों को असम भवन में रखा गया है। मेडिकल के लिए सिविल सर्जन से डॉक्टरों की एक टीम का गठन करने का भी अनुरोध किया गया है साथ ही पीड़ित बच्चों की काउंसलिंग भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि पीड़ित बच्चों का मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के तहत बयान भी लिया जाएगा। इधर, देर रात घटी इस घटना को लेकर गुरुवार को इंटरनेशनल बुद्धिस्ट काउंसिल के बीटीएमसी ने आपात बैठक की। जिसमें सभी ने घटना की निंदा की। महासचिव भंते प्रज्ञा दीप ने कहा कि आरोपी भिक्षु आईबीसी का सदस्य नही है। वह स्वतंत्र रूप से संस्था चला रहा था।