शासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था
दोनों हत्याओं के मामले में सात अन्य आरोपी निर्मल सिंह, कृष्ण लाल, कुलदीप, अवतार सिंह, जसबीर, सबदिल और इन्द्रसेन को भी अदालत में पेश किया गया है। सुनवाई के मद्देनजर कोर्ट परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सुनवाई करेगी। अदालत में सुनवाई से पहले पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सरकार ने चौकसी बरतते हुए पंचकूला में अद्र्धसैनिक बलों और हरियाणा पुलिस की टुकडिय़ों को तैनात किया गया है।
वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए होगी पेशी
बता दें कि 50 वर्षीय गुरमीत राम रहीम के खिलाफ हत्या के दो मामलों में सीबीआई की विशेष अदालत आज सुनवाई करेगी। रोहतक जेल से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए राम रहीम को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। बता दें कि वह साध्वी यौन शोषण के दो मामलों में 20 वर्ष कैद की सजा काट रहा है। वहीं सीबीआई की अदालत पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और पूर्व डेरा प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या मामले की सुनवाई कर रही है। इन मामलों में दोषी पाए जाने पर उम्रकैद या मृत्युदंड की सजा दी जा सकती है। वहीं हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने जानकारी देते हुए बताया कि इन मामलों की सुनवाई से पहले सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर ली गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पंचकूला में अद्र्धसैनिक बलों और हरियाणा पुलिस की अलग-अलग टुकडिय़ों में तैनात किया गया है।
क्या है हत्या पत्रकार हत्या प्रकरण
दरअसल, 24 अक्तूबर 2002 को सिरसा के सांध्य दैनिक समाचार पत्र पूरा सच के संपादक रामचन्द्र छत्रपति को उनके घर के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके चलते उनकी 21 नवम्बर 2002 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक छत्रपति के समाचार पत्र ने एक गुमनाम पत्र छापा था, जिसमें बताया गया था कि किस तरह से सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में साध्वियों का यौन उत्पीडऩ होता था। वहीं दूसरा मामला डेरा प्रबंध समिति के सदस्य रणजीत सिंह की हत्या से जुड़ा है। यह 10 जुलाई 2002 की बात है। दरअसल, डेरा प्रबंधन को रंजीत सिंह पर साध्वी का पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री तक पहुंचाने का शक था। इन दोनों ही हत्यारों के मामले में उनके परिजनों ने अदालत की शरण ली थी। जिसके बाद पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने नवंबर 2003 में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।