3 महीने पहले एसएससी टायर 2 का पेपर हुआ था लीक
आपको बता दें कि छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बीते मार्च के महीने में इस केस की जांच सीबीआई के हाथों में दे दी थी। बता दें कि तीन महीने पहले एसएससी की संयुक्त स्नातक स्तर (टायर-2) की परीक्षा में कथित तौर पर पेपर लीक हो गया था। इस साल 17-22 फरवरी के बीच संयुक्त स्नातक स्तर के कथित पेपर लीक की वजह से काफी विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसकी वजह से मामले की सीबीआई जांच करवाई गई थी। इसके बाद एसएससी ने फैसला लिया कि जबतक जांच एंजेसी अपनी जांच को पूरा नहीं कर लेती परिणाम घोषित नहीं किए जाएंगे।
आपको बता दें कि छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बीते मार्च के महीने में इस केस की जांच सीबीआई के हाथों में दे दी थी। बता दें कि तीन महीने पहले एसएससी की संयुक्त स्नातक स्तर (टायर-2) की परीक्षा में कथित तौर पर पेपर लीक हो गया था। इस साल 17-22 फरवरी के बीच संयुक्त स्नातक स्तर के कथित पेपर लीक की वजह से काफी विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसकी वजह से मामले की सीबीआई जांच करवाई गई थी। इसके बाद एसएससी ने फैसला लिया कि जबतक जांच एंजेसी अपनी जांच को पूरा नहीं कर लेती परिणाम घोषित नहीं किए जाएंगे।
छात्रों के आंदोलन के बाद सीबीआई को सौंपी गई थी जांच
देश में करीब 30.26 लाख उम्मीदवारों ने विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों की 8 हजार भर्तियों के लिए परीक्षा दी थी। जहां 15.43 लाख बच्चों ने अगस्त 2017 को टायर-1 की परीक्षा दी थी वहीं इसमें से 1.89 लाख उम्मीदवारों को चुना गया था। इन उम्मीदवारों को टायर-2 की परीक्षा देनी थी। इनमें से भी 1.41 लाख उम्मीदवारों ने 68 देशों के 206 स्थलों पर जाकर परीक्षा दी थी, लेकिन पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा को रद्द कर दिया गया थे, जिसके बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और छात्र सड़कों पर उतर आए थे। कई दिनों तक छात्रों का आंदोलन चला था। आखिरकार सरकार ने छात्रों की मांग को मानते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
देश में करीब 30.26 लाख उम्मीदवारों ने विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों की 8 हजार भर्तियों के लिए परीक्षा दी थी। जहां 15.43 लाख बच्चों ने अगस्त 2017 को टायर-1 की परीक्षा दी थी वहीं इसमें से 1.89 लाख उम्मीदवारों को चुना गया था। इन उम्मीदवारों को टायर-2 की परीक्षा देनी थी। इनमें से भी 1.41 लाख उम्मीदवारों ने 68 देशों के 206 स्थलों पर जाकर परीक्षा दी थी, लेकिन पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा को रद्द कर दिया गया थे, जिसके बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और छात्र सड़कों पर उतर आए थे। कई दिनों तक छात्रों का आंदोलन चला था। आखिरकार सरकार ने छात्रों की मांग को मानते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
अभी तक हो चुकी हैं कई गिरफ्तारियां
इससे पहले इस मामले में दिल्ली के एक संदिग्ध क्लर्क को एसएससी ऑनलाइन एग्जाम में धांधली करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसी माह 4 मई को हरपल सिंह की गिरफ्तारी हुई थी और अब तक इस मामले में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पिछले माह दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था, वहीं मार्च में सीबीआई ने 4 संदिग्धों की गिरफ्तार किया था। पुलिस से पूछताछ के दौरान पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुए लोगों ने बताया कि वे एक पूरे ग्रुप में काम करते थे। जो ऑनलाइन सिस्टम को हैक कर परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की मदद करते थे। इसके लिए उम्मीदवार से यह ग्रुप 5 से 10 लाख रुपये की वसूली करता था।
इससे पहले इस मामले में दिल्ली के एक संदिग्ध क्लर्क को एसएससी ऑनलाइन एग्जाम में धांधली करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसी माह 4 मई को हरपल सिंह की गिरफ्तारी हुई थी और अब तक इस मामले में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पिछले माह दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था, वहीं मार्च में सीबीआई ने 4 संदिग्धों की गिरफ्तार किया था। पुलिस से पूछताछ के दौरान पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुए लोगों ने बताया कि वे एक पूरे ग्रुप में काम करते थे। जो ऑनलाइन सिस्टम को हैक कर परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की मदद करते थे। इसके लिए उम्मीदवार से यह ग्रुप 5 से 10 लाख रुपये की वसूली करता था।