इससे पहले बीते सप्ताह आयकर विभाग ने शुक्रवार को चांदनी चौक में एक स्थान पर छापेमारी की। यहां पर विभाग के अधिकारियों ने गुप्त बेसमेंट में बने 100 निजी लॉकरों से 25 करोड़ रुपये की नगदी बरामद की थी। आयकर विभाग ने शहर के आठ स्थानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी का सिलसिला जारी था और बाद में यह रकम बढ़कर 30.40 करोड़ पहुंच गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि हवाला कारोबारी इन निजी लॉकरों का इस्तेमाल अपनी रकम रखने के लिए कर रहे थे। बताया जा रहा है कि यह नगदी कथितरूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के तंबाकू, केमिकल और ड्राई फ्रूट व्यापारियों जैसे हाई-प्रोफाइल लोगों की है। सूत्रों का मानना है कि जाहिर तौर पर ये व्यापारी हवाला कारोबार में लिप्त हैं और इनके बड़े अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं।
दिलचस्प बात है कि जांच एजेंसियों द्वारा इस साल ‘लॉकर ऑपरेशन’ के तहत की गई तीसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले सितंबर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली और मुंबई के कई इलाकों पर छापेमारी की थी। 700 करोड़ रुपये के दुबई से जुड़े हवाला रैकेट को लेकर की गई इस छापेमारी में 29 लाख की नगदी और कई दस्तावेज बरामद हुए थे।
सूत्रों की मानें तो यह छापेमारी व्यापारियों और कथित अवैध वित्तीय लेनदेन से जुड़ी थी, जिसका संबंध दुबई के एक हवाला संचालक पंकज कपूर से था। कपूर से पहले ही केंद्रीय जांच एजेंसी 3,700 करोड़ रुपये के हवाला मामले में पूछताछ कर रही थीं।
जबकि जनवरी में आयकर विभाग ने दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन पार्ट 2 बाजार में बने एक निजी लॉकर से 40 करोड़ से ज्यादा की नगदी बरामद की थी। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने दीपावली के दौरान चांदनी चौक स्थित खारी बावली में एक निजी लॉकर यूनिट के 250 से ज्यादा लॉकरों को सील किया था। इससे पहले आयकर विभाग ने चांदनी चौक में एक सर्वे किया था और तब पता चला था कि इन लॉकरों में करोड़ों रुपये की नगदी हो सकती है।