scriptHuman Trafficking : पाकिस्तान से चीन में हो रही ईसाई महिलाओं की तस्करी | Christian women trafficked from Pakistan to China | Patrika News

Human Trafficking : पाकिस्तान से चीन में हो रही ईसाई महिलाओं की तस्करी

Published: Dec 15, 2019 07:43:41 pm

Submitted by:

pushpesh

-पीडि़त (victim) परिवार को एक लाख देकर दलाल (broker) कमा रहे 45 लाख रुपए तक
-पीडि़त परिवारों के मददगार ईसाई कार्यकर्ता सलीम इकबाल ने कहा कि एजेंसियों को निष्पक्ष जांच से रोका जा रहा है। उन्हें दबाव में रखा जा रहा है। हम यदि पाकिस्तानी शासकों (pakistan leaders) से बात करते हैं तो वे ध्यान नहीं देते।

Human Trafficking : पाकिस्तान से चीन में हो रही ईसाई महिलाओं की तस्करी

पाकिस्तान से चीन में हो रही ईसाई महिलाओं की तस्करी

जयपुर.

पिछले दिनों एक रिपोर्ट में सामने आया कि पाकिस्तान से बड़े पैमाने पर महिलाओं की तस्करी की जा रही है। वर्ष 2018 में 629 पाकिस्तानी लड़कियों और महिलाओं को चीनी पुरुषों से शादी के लिए मजबूर किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक चीन में उनका शारीरिक शोषण हुआ, जबकि कुछ को देह व्यापार के लिए मजबूर किया गया। चीन और पाकिस्तान के दलालों के लिए यह शोषण मुनाफे का सौदा था, लेकिन पाकिस्तान के सीमांत गरीब ईसाई परिवार इसे रोकने में सक्षम नहीं हैं।
एक पाकिस्तानी जांचकर्ता ने इस रिपोर्ट से जुड़ी एजेंसी को बताया कि चीनी और पाकिस्तानी दलाल चीनी दूल्हे से 17 से 46 लाख रुपए तक ले रहे हैं, जबकि लडक़ी के परिवार को महज एक लाख रुपए देते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक एक बच्चा नीति और कन्या भ्रूण हत्या के मामले बढऩे के बाद चीन में विदेशी दुल्हनों की मांग बढ़ गई है।
इसलिए चुप है पाकिस्तान
आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान व्यापार और सैन्य सहायता के लिए चीन पर निर्भर है। 2015 में चीन ने 75 बिलियन डॉलर की लागत से पाकिस्तान में आर्थिक गलियारा सीपीईसी शुरू किया था। इस मदद से पाकिस्तान का बुनियादी ढांचा, सडक़ें और कई विकास परियोजनाएं चल रही हैं। दूसरी ओर बीआरआई (बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव) के जरिए चीन एशिया के दूसरे देशों पर डोरे डाल रहा है। एक पाक अधिकारी ने बताया, उन पर ऐसे मामलों की जांच नहीं करने का दबाव डाला जाता है।
महिलाओं को गवाही देने से रोका गया
इसी वर्ष फैसलाबाद की एक अदालत ने 31 चीनी नागरिकों को मानव तस्करी के आरोप से बरी कर दिया। जबकि अदालत में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान में ये मानव तस्करी का सबसे बड़ा मामला था। गवाही देने के लिए तैयार महिलाओं को धमकी देकर चुप करा दिया गया और पाकिस्तानी मीडिया भी इस पर चुप्पी साध गया। वजह साफ थी, निवेश और आर्थिक सहयोग कर रहे अपने मित्र से पाकिस्तान दुश्मनी नहीं चाहता।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो