उन्होंने बताया कि आरोपी सचदेवा प्लेन में आते ही सो गए। इस दौरान सोते वक्त आरोपी ने अपने पैर आर्मरेस्ट पर रख दिए। उन्हें नहीं लगता उन्होंने छेड़छाड़ की। उनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने अपने पैर आर्मरेस्ट पर रखे।
इसके अलावा उन्होंने कोई गलत व्यवहार नहीं किया। आरोपी सचदेवा के इस व्यवहार पर जब जायरा चिल्लाने लगीं तो उन्होंने माफी भी मांगी थी। मामले में मुंबई पुलिस के एक अधिकारी को बताया कि आरोपी और सहयात्री एक दूसरे को नहीं जानते और दोनों के बयान काफी हद तक मेल खाते हैं।
आरोपी के वकील ने पुलिस पर उठाए सवाल
वहीं दूसरी ओर आरोपी सचदेवा के वकील हरमिंदर आनंद ने मामले में कोर्ट में पॉक्सो एक्ट को लेकर बड़ी बहस की। उन्होंने कहा कि आरोपी ने पीड़ित के किसी निजी अंग को नहीं छुआ जिस वजह से पॉक्सो एक्ट लगाना गलता है।
वहीं दूसरी ओर आरोपी सचदेवा के वकील हरमिंदर आनंद ने मामले में कोर्ट में पॉक्सो एक्ट को लेकर बड़ी बहस की। उन्होंने कहा कि आरोपी ने पीड़ित के किसी निजी अंग को नहीं छुआ जिस वजह से पॉक्सो एक्ट लगाना गलता है।
गलती से टच हो गया पैर
वहीं इस मामले में पकड़ में आए आरोपी का कहना है कि उसने यह जानबूझकर नहीं किया, बल्कि वह काफी थका था और फ्लाइट में सो रहा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी विकास ने बताया है कि वह दिल्ली अंत्येष्टि में गया था। लंबे समय से नहीं सो पाने के चलते वे काफी थका हुआ था। और गलती से उसका पैर जायरा से टच हो गया। दूसरी ओर से विस्तारा एयरलाइंस के कुछ अफसरों ने भी जानकारी देते हुए बताया कि विकास प्लेन में पूरे समय सो रहा था।
वहीं इस मामले में पकड़ में आए आरोपी का कहना है कि उसने यह जानबूझकर नहीं किया, बल्कि वह काफी थका था और फ्लाइट में सो रहा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी विकास ने बताया है कि वह दिल्ली अंत्येष्टि में गया था। लंबे समय से नहीं सो पाने के चलते वे काफी थका हुआ था। और गलती से उसका पैर जायरा से टच हो गया। दूसरी ओर से विस्तारा एयरलाइंस के कुछ अफसरों ने भी जानकारी देते हुए बताया कि विकास प्लेन में पूरे समय सो रहा था।