दरअसल कोरोना वयारस की चेन तोड़ने के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू किया गया है। खबर लिखे जाने तक देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 4500 के पार हो गई है, जबकि 145 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले सबसे ज्यादा हैं। यहां अब तक 1000 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। जबकि महामारी के कारण 60 लोगों की जान चली गई।
ज्यादातर बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के कर्मचारी छुट्टी पर
इस लॉकडाउन के दौरान अधिकतर बैंकों और वित्तीय संस्थाओं में कर्मचारी छुट्टी पर हैं। सुरक्षा के लिहाज से कर्मचारी घर पर रहकर काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लोग इंटरनेट पर अपनी निर्भरता बढ़ा लिए हैं। लोग बिल चुकाने, मनी ट्रासंफर करने यहां तक की डॉक्टरों से कसंल्ट करने के लिए इंटरनेट का सहारा ले रहे हैं।
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महाराष्ट्र साइबर सेल की वेबसाइट पर मिल रहीं शिकायतें
महाराष्ट्र साइबर क्राइम विभाग के एक सीनियर ऑफिसर नाम अफिसर ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि लॉकडाउन की अवधि में महाराष्ट्र में फिशिंग और साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भारी बढ़त देखने को मिली है। सिर्फ महाराष्ट्र में पिछले 2 हफ्ते में साइबर क्राइम में 25 फीसदी की बढ़तोरी हुई है।
महाराष्ट्र साइबर क्राइम सेल के डिप्टी कमिश्नर बाल सिंह राजपूत ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान फिशिंग केसों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली। इस दौरान हमारी वेबसाइट पर काफी ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई है।
कई तरीके से फिशिंग की जाती है। हैकरों द्वारा आपके पास कुछ ऐसे मैसेज भेजे जाते हैं जिसमें फ्री Netflix, सस्ता इंटरनेट जैसे ऑफर होते हैं। इन ऑफर्स को एक्टिवेट करने के लिए हैकर्स कंट्रोल वेबसाइट पर जाने और वहां पासवर्ड एंटर करने और गोपनीय जानकारियां देने के लिए कहते हैं । अगर हम हैकर्स के कहे मुताबिक सारी जानकारियां शेयर कर देते हैं तो हैकर इन जानकारियों के आधार पर आपके ई-मेल खाते सहित दूसरे खातों को भी हैक कर लेते हैं।
आजकल लोग कई तरह के इंटरनेट आधारित एप्लीकेशन यूज कर रहे हैं। जिस पर फिशर और साइबर क्रिमिनल लोगों के फोन से डेटा चुराने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं।
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सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म
साइबर क्राइम विभाग से संबंधित एक अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि धोखाधड़ी करने वाले कई बार दूसरे देशों या देश के ही किसी दूसरे हिस्से से ही डार्क वेब के जरिए अपनी गतिविधियां चलाते हैं इसलिए इनको पकड़ना बहुत मुश्किल होता है। साइबर क्राइम विभाग को फिशिंग के अलावा अपवाहों, फर्जी खबरों, हेट स्पीच जैसे दूसरे अपराधों को भी रोकना होता है जिसके लिए डिपार्टमेंट वाट्सएप मैसेज, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम स्टोरीज, टेलीग्राम पोस्ट और टिकटॉक वीडियो की स्क्रीनिंग करता रहता है।
साइबर सेल इन लोगों पर रख रही है नजर
सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र में इस तरह के 100 से ज्यादा केस रजिस्टर किए गए हैं और 36 से ज्यादा लोगों पर नजर रखी जा रही है। राज्य में कोरोना वायरस से जुड़े अफवाह और फेक न्यूज फैलाने के लिए 65 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं। इनमें 11 फेसबुक यूजर्स और 3 टिकटॉक यूजर्स भी शामिल हैं। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक तरफ जहां पुराने तरह के अपराध कम हो रहे हैं वहीं साइबर क्राइम में इजाफा हो रहा है। ऐसे में सभी राज्य सरकारों को इस चुनौती का समाना करना पड़ रहा है।