इस्तीफा देने से पहले ये बोले अकबर #MeToo मुहिम के तहत बुरी तरह फंस चुके अकबर पर सिलसिलेवार तरीके से 20 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। साथ ही करीब दो दर्जन लोगों ने उनके खिलाफ बयान देने पर भी सहमति जताई थी। इस्तीफा देने के बाद अकबर ने अपना बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा, ‘मैंने व्यक्तिगत तौर पर अदालत में इंसाफ पाने का फैसला किया है। इसीलिए मुझे खुद पर लगे झूठे आरोपों के खिलाफ इस्तीफा देकर व्यक्तिगत क्षमता के हिसाब से मुकदमा लड़ना ठीक लगा। मैं देश सेवा का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को धन्यवाद देता हूं।’
आरोपों को खारिज कर चुके हैं अकबर गौरतलब है कि गुरुवार से दिल्ली की एक अदालत अकबर के खिलाफ लगे आरोप की सुनवाई भी करने जा रही है। अकबर पर इस्तीफे को लेकर लंबे समय से दबाव था। इससे पहले अकबर सभी आरोपों को खारिज कर चुके हैं। उन्होंने कहा था, ‘बिना सबूतों के आरोप लगाना एक वायरल बुखार की तरह हो गया है। मामला कुछ भी हो, अब मैं वापस आ गया हूं। मेरे वकील इस तरह के सभी बेबुनियाद आरोपों की पड़ताल करेंगे और तय करेंगे कि आगे क्या कानूनी कार्रवाई की जाए।’