जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के गुड़िया गैंगरेप केस में कड़कड़डूमा कोर्ट आज बड़ा फैसला सुना सकती है। 15 अप्रैल 2013 को एक मासूम के साथ दो लोगों ने पहले गैंगरेप किया और फिर उसके साथ बर्बरता की। इतना ही नहीं आरोपियों ने बाद में उसे जान से मारने की भी कोशिश की। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जान से मारने की कोशिश, गैंगरेप, किडनेपिंग, सबूत मिटाने और पोक्सो के तहत केस दर्ज किया था।
यहां आपको बता दें कि दिल्ली के निर्भया की तरह ही गुड़िया के साथ भी बेहद बर्बर तरीके से गैंगरेप किया गया था। गुड़िया के शरीर से मोमबत्ती और कांच की शीशी भी निकली थी। कई सर्जरी के बाद उसे किसी तरह बचाया गया था। इसस मामले में दो आरोपियों को बिहार और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था। इतना ही नहीं इस केस में इतना समय इसलिए लगा कि क्योंकि आरोपी प्रदीप ने खुद को नाबालिग बताया था। इसके अलावा इस मामले को लंबा खींचने की भी कोशिश की गई।
गौरतलब है कि पांच साल की उम्र में गुड़िया के साथ गैंगरेप किया गया था। रेप के बाद दोनों आरोपियों ने गुड़िया के कत्ल की कोशिश की थी। यहां आपको बता दें कि 15 अप्रैल 2013 की शाम को गुड़िया लापता हुई और 17 अप्रैल की सुबह मिली थी। उसकी हालत बेहद नाजुक थी। लिहाजा, बाद में उसे इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। कई दिनों तक गुड़िया की हालत बेहद गंभीर रही थी।