एनसीबी के निदेशक जनरल एसके झा के मुताबिक हेरोइन की इस बड़ी खेप को सेब की पेटियों में रखकर दिल्ली की आजादपुर मंडी पहुंचाया जा रहा था। यहां से इसे आगे सप्लाई किए जाने की योजना थी। ब्यूरो को बीते 5 नवंबर को यह इनपुट मिला था कि कुपवाड़ा से हेरोइन की एक बड़ी खेप सेब के तीन ट्रकों में भरकर दिल्ली पहुंचाई जाने वाली है।
इसके बाद एनसीबी सक्रिय हो गई। ब्यूरो की टीम ने जम्मू-कश्मीर नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर सेब की पेटियों से लदे तीन ट्रकों की जांच की। इस दौरान टीम ने देखा कि एक ट्रक में सेब की चार पेटियों पर विशेष तरह का चिन्ह बनाया गया है। शक होने पर एनसीबी की टीम ने इन पेटियों को खोला तो इनमें सेब की बजाय 50 किलोग्राम वजनी हेरोइन के पैकेट बरामद हुए।
तीनों ट्रकों को जब्त करने के बाद टीम ने जांच शुरू की। इसमें खुलासा हुआ कि हेरोइन की इतनी बड़ी खेप
अफगानिस्तान से लेकर आई गई है। इस खेप को अफगानिस्तान से पहले
पाकिस्तान पहुंचाया गया और फिर यह सड़क मार्ग से कुपवाड़ा पहुंचाई गई। कुपवाड़ा में 200 करोड़ से ज्यादा की इस हेरोइन को सेब की पेटियों में छिपाया गया।
इसके बाद कुपवाड़ा से दिल्ली पहुंचाने के लिए ट्रक डाइवर को करीब पांच लाख रुपये में तय किया गया। ड्राइवर को दिल्ली में यह खेप कहां पहुंचाई जानी है, यह जानकारी उसे बाद में वाट्सऐप पर मिलनी थी। हालांकि दिल्ली पहुंचने से पहले ही एनसीबी ने छापा मारकर इसे बरामद कर लिया।
एनसीबी की मानें तो बीते तकरीबन ढाई माह में ब्यूरो ने देशभर में अफगानिस्तान से लाई जा रही करीब 160 किलोग्राम हेरोइन को जब्त किया है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 640 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।