इसके अलावा राज्य स्तरीय नेताओं को मंत्रीपद दिलाने और पुलिस विभाग में बड़े अधिकारियों को पोस्टिंग कराने के नाम पर भी वसूली करने का काम करते थे। यह भी कहा जा रहा है कि इस काम के लिए उनके आवास पर कई बड़े-बड़े नेता और अधिकारी भी आते थे।
बता दें कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चंदौसी का रहने वाला पुलकित महाराज 2016 में नोटबंदी के दौरान साहिबाबाद में सुर्खियों में आया था। इस दौरान इन्होंने शालीमार गार्डन में कई दिनों तक भंडारा चलाया था। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र की कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर अपनी शादी के कार्ड में मोदी सरकार के विभिन्न योजनाओं और अभियानों को अंकित कराकर देशभर की मीडिया में छा गए थे।
आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि पुलकित महाराज बीते दिनों गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रहने वाली भाजपा पार्षद की किसी परिचित से मुलाकात हुई थी। उस समय महाराज ने पूजा कराने के नाम पर उनसे पांच लाख रुपए मांगे।
इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि राजस्थान में एक विधायक को मंत्री बनाने के नाम पर उनसे पैसे मांगे थे। इधर ट्रांस हिंडर के लोगों ने भी मामला सामने आने के बाद कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं। आम लोगों का कहना है कि पुलकित महाराज इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों में भी दाखिला दिलाने के नाम पर वसूली करने का काम करते थे।