दिल्ली के तैमूर नगर का है मामला
मामला दिल्ली के तैमूर नगर इलाके का है, जहां स्थित न्यूटेक मेडिकल सेंटर में सलीम अहमद नाम का एक शख्स मेडिकल फिटनेस टेस्ट कराने के लिए पहुंचा। बताया जा रहा है कि एक दलाल ने उसे वहां का पता दिया था। यहां मेडिकल सेंटर ने उसके टेस्ट करने के बाद रिपोर्ट में एचआईवी पॉजिटिव करार दे दिया। पीड़ित व्यक्ति उत्तराखंड का बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो फरवरी में उत्तराखंड के सलीम अहमद को एक दलाल ने मेडिकल फिटनेस के कुछ टेस्ट कराने को कहा था।
मामला दिल्ली के तैमूर नगर इलाके का है, जहां स्थित न्यूटेक मेडिकल सेंटर में सलीम अहमद नाम का एक शख्स मेडिकल फिटनेस टेस्ट कराने के लिए पहुंचा। बताया जा रहा है कि एक दलाल ने उसे वहां का पता दिया था। यहां मेडिकल सेंटर ने उसके टेस्ट करने के बाद रिपोर्ट में एचआईवी पॉजिटिव करार दे दिया। पीड़ित व्यक्ति उत्तराखंड का बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो फरवरी में उत्तराखंड के सलीम अहमद को एक दलाल ने मेडिकल फिटनेस के कुछ टेस्ट कराने को कहा था।
नौकरी के लिए चाहिए था फिटनेस सर्टिफिकेट
बताया जा रहा है कि अहमद को नौकरी के लिए दुबई जाना था, जिसके चलते उसे कुछ मेडिकल जांच कराने थे। हालांकि जब उसने यही जांच उत्तराखंड और गुरुग्राम में कराया तब रिपोर्ट में HIV नेगेटिव आया और अहमद को पूरी तरह फिट बताया गया है। ये गड़बड़ सामने आने के बाद अहमद ने मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से शिकायत की जिसने मामले को जांच के लिए डीएमसी को अग्रसारित किया। डीएमसी की कार्यकारी समिति ने मेडिकल सेंटर द्वारा एचआईवी परीक्षण रिपोर्ट तैयार करने में लापरवाही की शिकायत की जांच की।
बताया जा रहा है कि अहमद को नौकरी के लिए दुबई जाना था, जिसके चलते उसे कुछ मेडिकल जांच कराने थे। हालांकि जब उसने यही जांच उत्तराखंड और गुरुग्राम में कराया तब रिपोर्ट में HIV नेगेटिव आया और अहमद को पूरी तरह फिट बताया गया है। ये गड़बड़ सामने आने के बाद अहमद ने मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से शिकायत की जिसने मामले को जांच के लिए डीएमसी को अग्रसारित किया। डीएमसी की कार्यकारी समिति ने मेडिकल सेंटर द्वारा एचआईवी परीक्षण रिपोर्ट तैयार करने में लापरवाही की शिकायत की जांच की।
DMC के नोटिस का जवाब नहीं आने पर की कार्रवाई
डीएमसी के सेक्रेटरी डॉ. गिरीश त्यागी ने बताया कि उत्तराखंड में ऊधम सिंह नगर के रहने वाले सलीम अहमद ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसे एमसीआई ने डीएमसी को फारवर्ड कर दिया था। डीएमसी की एग्जिक्यूटिव कमिटी ने 23 मई, 12 अगस्त, और 22 अगस्त को न्यूटेक मेडिकल सेंटर के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को तीन बार नोटिस भेजे, लेकिन सेंटर की तरफ से कोई लिखित जवाब नहीं भेजा गया। ना ही सलीम अहमद के ट्रीटमेंट और टेस्ट आदि से संबंधित रिकॉर्ड डीएमसी को भेजे।
डीएमसी के सेक्रेटरी डॉ. गिरीश त्यागी ने बताया कि उत्तराखंड में ऊधम सिंह नगर के रहने वाले सलीम अहमद ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसे एमसीआई ने डीएमसी को फारवर्ड कर दिया था। डीएमसी की एग्जिक्यूटिव कमिटी ने 23 मई, 12 अगस्त, और 22 अगस्त को न्यूटेक मेडिकल सेंटर के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को तीन बार नोटिस भेजे, लेकिन सेंटर की तरफ से कोई लिखित जवाब नहीं भेजा गया। ना ही सलीम अहमद के ट्रीटमेंट और टेस्ट आदि से संबंधित रिकॉर्ड डीएमसी को भेजे।
2 अन्य जगहों से टेस्ट कराने के बाद खुली पोल
इस आधार पर कमिटी ने माना कि सेंटर की लापरवाही की वजह से सलीम अहमद को गलत रिपोर्ट दे दी गई। उन्हें एचआईवी पॉजिटिव घोषित कर दिया गया, जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी, जबकि उसके बाद दो अन्य जगहों पर कराई गई जांच से पता चला कि उन्हें एचआईवी नहीं है।
इस आधार पर कमिटी ने माना कि सेंटर की लापरवाही की वजह से सलीम अहमद को गलत रिपोर्ट दे दी गई। उन्हें एचआईवी पॉजिटिव घोषित कर दिया गया, जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी, जबकि उसके बाद दो अन्य जगहों पर कराई गई जांच से पता चला कि उन्हें एचआईवी नहीं है।