लड़कियों के स्तन की तुलना तरबूज से की थी
प्रोफेसर की अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ छात्र संगठनों और छात्राओं ने सोशल मीडिया पर इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। लड़कियों ने इसे प्रोफेसर की गंदी सोच करार दिया था। आपको बता दें कि मुनव्वर ने लड़कियों के स्तन की तुलना तरबूज से कर दी थी, जिसके बाद लड़कियों ने अपनी टॉपलेस तस्वीरें तरबूत के साथ क्लिक कराकर अपलोड करना शुरू कर दिया था।
प्रोफेसर की अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ छात्र संगठनों और छात्राओं ने सोशल मीडिया पर इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। लड़कियों ने इसे प्रोफेसर की गंदी सोच करार दिया था। आपको बता दें कि मुनव्वर ने लड़कियों के स्तन की तुलना तरबूज से कर दी थी, जिसके बाद लड़कियों ने अपनी टॉपलेस तस्वीरें तरबूत के साथ क्लिक कराकर अपलोड करना शुरू कर दिया था।
छात्राओं ने टॉपलेज फोटोज पोस्ट कर किया था विरोध
प्रोफेसर के खिलाफ बढ़ते विरोध प्रदर्शन और छात्राओं की शिकायत के बाद केरल पुलिस ने आईपीसी की धारा 54 (A) और 509 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जहां छात्र स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले हाथों में तरबूज लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, तो लड़कियों ने प्रोफेसर की गंदी सोच पर सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरु कर दिया। छात्राओं ने टॉपलेस होकर तरबूज पकड़े हुए तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट करनी शुरू कर दी।
प्रोफेसर के खिलाफ बढ़ते विरोध प्रदर्शन और छात्राओं की शिकायत के बाद केरल पुलिस ने आईपीसी की धारा 54 (A) और 509 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जहां छात्र स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले हाथों में तरबूज लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, तो लड़कियों ने प्रोफेसर की गंदी सोच पर सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरु कर दिया। छात्राओं ने टॉपलेस होकर तरबूज पकड़े हुए तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट करनी शुरू कर दी।
वायरल वीडियो में प्रोफेसर ने की ये भद्दी टिप्पणी
वायरल क्लिप में जौहर मुनव्वर कह रहा था कि मैं एक कॉलेज में प्रोफेसर हूं, जहां स्टूडेंट्स में 80 फीसदी छात्राएं हैं और इनमें में भी अधिकतर मुस्लिम हैं, लेकिन वो लड़कियां परदे में रहना पसंद नहीं करती हैं। वो इस तरह के कपड़े पहनती हैं कि पुरुष उनकी ओर आकर्षित हो। उनके शरीर के कुछ अंग लाल तरबूज की तरह दिखते हैं। जबकि इस्लाम में ऐसे अंगों को ढककर रखने की बात कही गई है।”
वायरल क्लिप में जौहर मुनव्वर कह रहा था कि मैं एक कॉलेज में प्रोफेसर हूं, जहां स्टूडेंट्स में 80 फीसदी छात्राएं हैं और इनमें में भी अधिकतर मुस्लिम हैं, लेकिन वो लड़कियां परदे में रहना पसंद नहीं करती हैं। वो इस तरह के कपड़े पहनती हैं कि पुरुष उनकी ओर आकर्षित हो। उनके शरीर के कुछ अंग लाल तरबूज की तरह दिखते हैं। जबकि इस्लाम में ऐसे अंगों को ढककर रखने की बात कही गई है।”
शिकायत के इंतजार में कॉलेज प्रबंधन
प्रोफेसर की इस टिप्पणी पर हंगामा मचने के बाद कॉलेज के प्राचार्य सीए जवाहर ने कहा कि यह स्पीच तीन महीने पहले कॉलेज परिसर के बाहर दी गई है। इसलिए कॉलेज इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करता है। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि बेशक छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इस संबंध में अबतक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
प्रोफेसर की इस टिप्पणी पर हंगामा मचने के बाद कॉलेज के प्राचार्य सीए जवाहर ने कहा कि यह स्पीच तीन महीने पहले कॉलेज परिसर के बाहर दी गई है। इसलिए कॉलेज इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करता है। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि बेशक छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इस संबंध में अबतक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।