चारो फर्जी बाबा गिरफ्तार
आपको बता दें कि पुलिस ने इन चारों फर्जी बाबाओं को नोएडा के एक होटल से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया है कि ठगी करने वाले इन फर्जी बाबाओं के गिरोह का मास्टरमाइंड रवीश कुमार सिंह हैं, जबकि अन्य तीन फर्जी बाबाओं की पहचान धनंजय प्रसाद, सुधीर महेसिया और अभिषेक सिंह के रुप में हुई है। पुलिस ने इन गिरफ्तार फर्जी बाबाओं के पास से दो दर्जन से ज्यादा मोबाइल फोन, पांच लैंडलाइन फोन, कम्प्यूटर, लैपटॉप के अलावा नकद 15 लाख रुपए भी बरामद किए हैं। अब पुलिस इन बारमद हुई चीजों की जांच कर रही है।
बाबाओं को मंत्री तो क्या, नेता किसी को कुछ भी बना सकते हैं
आभूषण व्यापारी कैसे हुआ ठगी का शिकार
आपको बता दें कि पुलिस को शक है कि ये फर्जी बाबा नागमणि को लालच देकर कईयों को अपनी लूट का शिकार बनाया है। पुलिस के मुताबिक, चारों इतने शातिर हैं कि शिकायत दर्ज होने दो वर्ष बाद इन्हें गिरफ्तार किया जा सका है। बता दें कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के डोंगरगांव का रहने वाला राकेश कुमार देवांगन आभूषणों का एक व्यापारी है। कुछ समय पहले व्यापार में उन्हें घाटा उठाना पड़ा था। लेकिन इन सबके बीच इनकी मुलाकात कुछ बाबाओं (चारों फर्जी बाबाओं) से हो गई। इन बाबाओं ने इन्हें नागमणि का लालच दिया और कहा कि व्यापार में हुए उनके घाटे को इस नागमणि से वे पूरा कर सकते हैं। बता दें कि इससे पहले राकेश को किसी ने बताया था कि बिहार के रहने वाले एक बाबा के पास नागमणि है। अब राकेश यह समझकर नागमणि के लिए बाबा को फोन करना शुरु कर दिया। ये बाबा बेहद चालाक और धूर्त किस्म के थे। उनलोगों ने राकेश को अमीर बनाने और व्यापार में घाटे से बचने के लिए कई गुरुमंत्र दिए। इन सबके बीच बाबा ने नागमणि का वादा करके अपने बैंक खाते में 22 लाख रुपए डलवा लिए। जैसे ही उनके खाते में पैसे डले फर्जी बाबा अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिए और फिर अपना पता-ठिकाना भी बदल लिया। इस घटना के बाद राकेश को समझ में आ गया कि ओ ठगी का शिकार हो गया है। उन्होंने बिना समय गवांए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने काफी तफतीस की लेकिन फर्जी बाबाओं का कोई पता नहीं चल सका। लेकिन करीब दो वर्ष बाद पीड़ित राकेश को इन फर्जी बाबाओं के बारे में पता चला। राकेश ने बिना किसी देरी किए पुलिस को सूचना दी और फिर पुलिस ने जाल बिछाते हुए चारों ठगों को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया।