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चंडीगढ़ इंटेलीजेंस को मिली थी सूचना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंकित की जान एक लड़की की वजह से गई, जिससे मिलने वह अक्सर चंड़ीगढ़ जाया करता था। बता दें कि अंकित जिस लड़की से मिलने जाता था वह पंजाब के एक कुख्यात आपराधी की पूर्व प्रेमिका है। वह चंडीगढ़ स्थित सेक्टर 32 रहती थी। बता दें कि पुलिस उसके पीछे काफी दिनों से लगी हुई थी। वहीं, जब चंडीगढ़ इंटेलीजेंस को इसकी सूचना मिली तब इस बारे में खोजबीन की गई। वहीं, पुलिस ने लड़की और अंकित के बीच मोबाइल पर हो रही बातचीत को भी रिकॉर्ड कर पुष्टि की गई है कि वह यहां आता-जाता था।
कैसे हुआ अंकित का एनकाउंटर
दरअसल, लड़की के साथ मोबाइल पर अंकित के साथ हो रही बातचीत के आधार पर पुलिस ने उसकी लोकेशन का पता लगा लिया, जिसके बाद उसके फोन को पुलिस ने सर्विलांस पर ले लिया। गुरुवार शाम को पुलिस को पता चला कि अंकित महालक्ष्मी अपार्टमेंट में आया हुआ है। इसके बाद पुलिस ने उसके एनकाउंटर का जाल बिछाया और वहां पहुंच गई जहां अंकित रुका था। इसके बाद पुलिस ने वहां धाबा बोला और उसे मार गिराया।
पिता नहीं लेने आए बेटे का शव
बता दें कि गैंगेस्टर अंकित के पिता उससे नफरत करते हैं। अंकित की मौत की ख़बर के बाद भी उसके पिता उसका शव लेने अस्पताल नहीं आए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित के पिता शिवप्रकाश भादू ने कहा कि मैं जानता था कि वह बहुत गलत का कर रहा है। मुझे पता था अंकित को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा और हुआ भी वही। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आप अंकित जैसा ना बने, जो भी अंकित की राह पर चलेगा उसका भी ऐसा ही हश्र होगा।
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कौन था अंकित
बता दें कि अंकित तीन राज्यों को कुख्यात गैंगेस्टर और अपराधी था। वह लॉरेंस गैंग का सदस्य था। अंकित पर 25 साल की उम्र में 4 हत्याएं, 15 लूट करने के आरोप थे। उसके 15 फेसबुक एकाउंट्स थे। साथ ही उसके करीब बीस हजार से ज्यादा फॉलोवर्स थे।