केरल में श्वान बना ‘भगवान’, पूरे परिवार पर नहीं गिरने दी चट्टान मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जिला बठिंडा के संगत कलां गांव निवासी अर्पण कौर ने वॉट्सऐप के जरिये एक व्यापारी के बेटे दीक्षांत नामक एक युवक से दोस्ती की। इसके बाद उसने दीक्षांत को अपने प्यार के जाल में फंसाने के लिए डोरे डालने शुरू कर दिए। कई दिनों तक वॉट्सऐप पर प्यार की पींगें बढ़ाने के बाद अर्पण ने दीक्षांत से मिलने की इच्छा जताई। पहले वो बठिंडा से फतेहाबाद आई और दीक्षांत से मिली। इसके बाद साजिश के तहत अर्पण ने एक होटल में दीक्षांत को बुलाया।
यहां पर उसने कुछ खाने-पीने की बात कहकर दीक्षांत से किसी ढाबे में चलने को कहा। फिर वो दीक्षांत की गाड़ी में बैठकर उसे एक ढाबे में ले गई। ढाबे में पहले से ही उसके चार साथी इंतजार कर रहे थे। ढाबे के नजदीक उसने बहाना बनाकर गाड़ी उसी ढाबे पर रुकवाई। गाड़ी रुकने के कुछ ही देर बाद अर्पण और उसके चार साथी जबरन दीक्षांत को एक स्कॉर्पियो में लाद ले गए।
हिंदू पत्नी की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा मुस्लिम इसके बाद उन्होंने दीक्षांत के परिजनों को फोन कर 1 करोड़ रुपए की फिरौती देने के लिए कहा। फिरौती की इतनी बड़ी रकम सुनने के बाद आखिरी में 10 लाख रुपये फिरौती देने पर सहमति बनी। शुक्रवार को आरोपी दीक्षांत को फतेहाबाद लाए और यहां के दरियापुर स्थान पर छोड़कर पैसे लाने भेज दिया।
दीक्षांत इसके बाद तुरंत पुलिस के पास पहुंचा और घटना की जानकारी दी। शाम को तय वक्त और तय जगह पर जब दीक्षांत पहुंचा तो जैसे ही अर्पण अपने दो साथियों गुरमीत सिंह और लखबीर सिंह के साथ फिरौती की रकम वसूलने पहुंचे तभी पुलिस ने तीनों को धर लिया। वहीं, पंजाब निवासी दो अन्य युवकों की अभी पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक अर्पण नशा करती है और पुलिस गिरफ्त में जब उसे नशा नहीं मिला तो उसकी हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद शुक्रवार को ही उसे सिरसा स्थित एक सरकारी नशा मुुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया गया।