हेलीकॉप्टर में पायलट और छह यात्री थे जो सुरक्षित हैं। बता दें कि 2017 में भी केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। 21 अगस्त को भी एक हेलीकॉप्टर हुआ था क्रैश
इससे पहले 21 अगस्त, 2019 को भी उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित आराकोट क्षेत्र के गांवों में राहत सामग्री पहुंचा रहा एक हेलीकॉप्टर मोल्डी गांव के पास तार से टकराकर क्रैश हो गया। हादसे में हेलीकॉप्टर के परखच्चे उड़ गए और इसमें सवार पायलट एवं इंजीनियर के साथ ही एक स्थानीय युवक की मौत हो गई।
9 साल में 9 हेलीकॉप्टर क्रैश आपदा के बाद से केदारनाथ में हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की यहं 7वीं घटना है। वहीं उत्तराखंड में साल 2010 से लेकर अब तक नौ हेलीकॉप्टर क्रैश की घटनाएं हो चुकी है। जिसमें अब तक 27 लोग जान गवां चुके हैं। इसमें एमआई-17 समेत सात हेलीकॉप्टर तो केदार घाटी में ही दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं।