एजेंसी की मालकिन ने घर जाने की नहीं दी इजाजत
सुम्मी ने बताया कि जहां उसे काम पर लगाया गया था, जब उससे उसने कुछ दिनों के लिए घर जाने की इजाजत मांगी। उससे कहा कि उसके छोटे-छोटे दो बच्चे हैं। वह उनसे मिलना चाहती है तो मालकिन ने बताया कि उसने विनोद नाम के आदमी से उसे 55 हजार रुपए देकर खरीदा है। इसके अलावा उसके घर के लिए भी आठ हजार रुपए दिए हैं। इसलिए वह उसे छुट्टी नहीं देगी। अब वह कभी वापस नहीं जा सकती।
काम के पैसे भी कभी नहीं दिए
इतना ही नहीं सुम्मी को काम के दौरान एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी गई। इसके अलावा जब वह भाग कर अपने घर पहुंची तो उसे पता चला कि उसके घर भी विनोद ने एक पैसा नहीं दिया है। सुम्मी ने यह भी बताया कि उसने प्लेसमेंट एजेंसी की मालकिन सुनीता से कई बार रहम की भीख मांगी। उससे कहा कि वह उसे जाने दे। लेकिन प्लेसमेंट एजेंसी मालकिन ने उस पर जरा भी तरस नहीं खाया। ऐसे में उसके पास इसके अलावा और कोई चारा नहीं था कि वह वहां से भाग निकले। एक दिन मौका देखकर वह वहां से भाग निकली और किसी तरह ट्रेन पकड़ कर घर पहुंची और अपने बच्चों से मिली। इसके बाद रांची में एफआइआर दर्ज कराया।