मारे गए आरोपी चिन्नाकेशवुलु की गर्भवती पत्नी ने तेलंगाना सरकार से मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा कि मेरे पति तो मर चुके हैं इसलिए सरकार को चाहिए की वह मेरी जरूरतें और बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए मेरे गांव में ही मुझे सरकारी नौकरी दे। इतना ही नहीं चिन्नाकेशवुलु की पत्नी ने 10 लाख रुपए मुआवजे की भी मांग की है।
इसके अलावा आरोपी चिन्नाकेशवुलु के माता-पिता ने कहा कि पुलिस एनकाउंटर में मारा गया उनका इकलौता बेटा था। उसके न रहने पर हमारा ख्याल रखना सरकार की जिम्मेदारी है, सरकार को चाहिए की वह हमें 10 लाख रुपए मुआवजा और एक डबल बेडरूम का घर दे। दूसरी तरफ अन्य आरोपियों के परिजनों का कहना है कि अभी तक उन्हें इस बात की जानकरी नहीं दी गई है कि शवों को उनके हवाले कब किया जाएगा। परिजनों ने सरकार से इस बात पर नाराजगी जताई है।
इधर, आरोपियों के एनकाउंटर की रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को सौंपे जाने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर मीडिया से बात करते हुए महिला डॉक्टर के पिता ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे। आरोपी मर चुके हैं, लेकिन हम अब एक बेहद मुश्किलों भरी जिंदगी जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पुलिस और सरकार को इसके लिए धन्यवाद कहता हूं। अब मेरी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी।
गौरतलब है कि हैदराबाद में एक डॉक्टर महिला के साथ चार लोगों ने गैंगेरप किया और उसे फिर जिंदा जला दिया। इसके बाद जब पुलिस चारों आरोपियों को रिक्रिएशन के लिए घटनास्थल पर ले गई तो आरोपी पुलिस की बंदूक छीनकर भागने लगे। लेकिन, पुलिस एनकाउंटर में चारों आरोपियों की मौत हो गई। फिलहाल, पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।