दरअसल, हैदराबाद में महिला डॉक्टर दिशा के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या वाले मामले में पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे। जब फुटेज की छानबीन शुरू हुई तो परत-दर-परत सच्चाई सामने आने लगी। इतना ही नहीं इसी के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई थी। इस शख्स ने ही पुलिस को आरोपियों के बारे में बताया था। इसके साथ ही पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराए थे। सीसीटीवी फुटेज में डॉक्टर दिशा को जलाने के लिए आरोपी पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदते नजर आ रहा है। पुलिस इन्हीं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर डॉक्टर दिशा के आरोपियों तक पहुंची थी।
घटनास्थल के पास पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मी ने एक मीडिया हाउस को बताया कि वारदात वाली रात करीब एक बजे गैंगरेप का आरोपी जोलू शिवा डॉक्टर दिशा की लाश को जलाने के लिए कुछ दूर पर स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल खरीदने के लिए आया था। आरोपी शिवा के हाथ में दो लीटर की खाली बोतल थी। हालांकि पेट्रोल पंप कर्मी ने उसको खुला पेट्रोल देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आरोपी पेट्रोल पंप से चला गया था। इस दौरान पेट्रोल पंप कर्मी को शक हुआ तो उसने आरोपी जोलू शिवा और उसके साथियों का पीछा किया। पेट्रोल पंप कर्मी ने बताया कि जब आरोपी को यहां पर पेट्रोल नहीं दिया गया, तो उसने आगे जाकर दूसरे पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदा था।
इसी पेट्रोल पंप में पेट्रोल खरीदने आए आरोपी जोलू शिवा की तस्वीरें सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई थीं। पुलिस को आरोपियों का पहला सुराग भी यहीं से मिला। पेट्रोल पंप के कर्मी ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी का स्केच भी बनवाया था। आरोपियों की जब तक गिरफ्तारी नहीं हुई तब तक पुलिस ने उस पेट्रोल कर्मी को अपने पास और बाद में उसने ही आरोपियों की पहचान की और इतना बड़ा राज खुला।