अबू दुजाना इससे पहले पांच बार सुरक्षाबलों को चकमा दे चुका था, लेकिन इस बार सेना की मजबूत रणनीति की वजह से अबू दुजाना नहीं बच पाया।
श्रीनगर। सेना ने कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लश्कर कमांडर अबू दुजाना को ढेर कर दिया। अबू दुजाना इससे पहले पांच बार सुरक्षाबलों को चकमा दे चुका था, लेकिन इस बार सेना की मजबूत रणनीति की वजह से अबू दुजाना नहीं बच पाया। सेना ने मुठभेड़ के दौरान घेरा इतना कड़ा कर दिया था कि पत्थरबाज मुठभेड़ स्थल तक पहुंच ही नहीं पाए। जिस वजह से सेना को दुजाना को ढेर करने में आसानी हुई।
5 बार सुरक्षाबलों को दिया है चकमा
19 जुलाई को हुआ था फरार
इससे पहले 19 जुलाई को सेना ने पुलवामा में दुजाना को घेरा था। इस दौरान सुरक्षा बलों को चकमा देकर दुजाना अपने दो साथियों के साथ फरार हो गया था।
23 मई को पुलवामा में सेना को दिया था चकमा
वहीं पुलवामा जिल के हकरिपोरा में 23 मई को सुरक्षाबलों के साथ दुजाना की मुठभेड़ हुई। इस दौरान रात के अंधेरे में पत्थरबाजों की मदद से दुजाना अपने साथियों के साथ फरार हो गया था।
दिसंबर 2016
जम्मू-कश्मीर पुलिस को 8 दिसंबर को दुजाना के कुलगाम के अरवारी में छुपे होने की खबर मिली थी। जिस पर सेना और पुलिस ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान दुजाना को सेना के ऑपरेशन की भनक लग गई और वो वहां से फरार हो गया।
पत्थरबाजों की मदद से फरार होता था दुजाना
कश्मीर घाटी में लश्कर ने पत्थरबाजों की फौज बना रखी है। जैसे ही कहीं मुठभेड़ शुरू होती है वैसे ही वाट्सएप के जरिए पत्थरबाजों तक खबर पहुंचा दी जाती है। जिससे भारी संख्या में पत्थरबाज मुठभेड़ स्थल पर पहुंच जाते हैं। अबू दुजाना कई बार पत्थरबाजों की मदद से फरार हो चुका है।
मुठभेड़ में खलल नहीं डाल पाए पत्थरबाज
इस बार भी दुजाना को बचाने पत्थरबाजों की फौज मुठभेड़ स्थल की ओर जाने वाली थी। लेकिन सुरक्षाबलों की अतिरिक्त टुकड़ियों को पहले ही मुठभेड़ स्थल पर तैनात कर दिया गया था। मुठभेड़ स्थल से काफी दूर पर पत्थरबाजी तो हुई लेकिन मुठभेड़ में खलल नहीं पड़ा। जिस वजह से सेना ने अबू दुजाना को ढेर करने में सफलता हासिल की।