former cm jagannath Mishra के अंतिम सलाम में बड़ी चूक
सलामी के वक्त नहीं चलीं 21 की 21 बंदूकें
दिए गए जांच के आदेश, कारतूसों को लगी गीमी हवा
नई दिल्ली। हाल में बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्र का निधन हो गया। मिश्र लंबे वक्त के बीमार चल रहे थे। उनका इलाज दिल्ली के ही एक अस्पताल में चल रहा था। उनके निधन के बाद 21 अगस्त को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम बिदाई दी गई। लेकिन उनकी अंतिम बिदाई के वक्त कुछ ऐसा हुआ जो पुलिस के साथ राज्य सरकार के लिए शर्मिंदगी की वजह बन गया।
दरअसल पूर्व सीएम को जब 21 बंदूकों की सलामी दी जा रही थी तब 21 की 21 बंदूकों से फायर ही नहीं हुआ। इस घटना के बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
बंदूकों से फायर ना होने के कारण पुलिस महकमे के साथ-साथ राज्य सरकार पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लग गया है। यही वजह है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के लिए आदेश दिए गए हैं।
हालांकि अब तक इस रिपोर्ट सामने नहीं आई है,लेकिन पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो कारतूस को नमी वाले जगह पर रखने के कारण बंदूकों से फायर ही नहीं हुआ। यह भी संभव है कि जिस पैक में खाली कारतूस रखा गया था, उससे कुछ कारतूस को निकालने के बाद उसे फिर से पैक नहीं किया गया होगा। बाद में कुछ जवानों के नया कारतूस दिया गया तो बंदूकों से फायरिंग हो गई।
बदलाव के संकेत आपको बता दें कि घटना के बाद पुलिस महकमे पर सवाल उठ रहे हैं। इस घटना के बाद प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने व्यापक बदलाव के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि हथियारों और कारतूसों के रखरखाव के लिए व्यापक आदेश लाने की तैयारी चल रही है।
डीजीपी ने सालाना फायरिंग के अभ्यास को भी अमल में लाने की बात कही है, ताकि हथियारों को जांचा-परखा जा सके।