कर्नाटक: क्लब के तीन लॉकर से मिला बेशकीमती सामान, 500 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज भी शामिल क्या है पूरा मामला? पंजाब के जालंधर स्थित रोमन कैथलिक डायोसीज के बिशप फ्रैंको मुलक्कल के लिए मुसीबतें जून में शुरू हुई, जब एक नन ने उनके खिलाफ 2014 और 2016 के बीच कई बार यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। नन का आरोप है कि बिशप ने 13 बार उसका यौन शोषण किया। कोट्टायम जिला पुलिस प्रमुख को दी गई अपनी शिकायत में नन ने आरोप लगाया कि रोमन कैथलिक चर्च के जालंधर धर्मप्रदेश के बिशप ने चार साल पहले पास के एक कस्बे में कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया। बिशप फ्रैंको मुक्कल शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के करीबी माने जाते हैं। बिशप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और कुरुवलांगदु कॉन्वेंट में नन व अन्य सहवासियों से 114 पृष्ठों का विस्तृत बयान लिया गया है। नन ने आरोप लगाया कि उत्पीड़न कॉन्वेंट के अंदर हुआ था। 44 वर्षीय नन का आरोप है कि साइरो-मालाबार कैथोलिक चर्च से बिशप फ्रैंको मुलक्कल के विरूद्ध शिकायत की गई तो चर्च ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उसे पुलिस की मदद लेनी पड़ी। पुलिस ने बिशिप के विरूद्ध समन जारी किया है। जिसके तहत आरोपी को जालंधर से पूछताछ के लिए केरल भेजा जाएगा। वहीं मुलक्कल लगातार कह रहे हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है।