पुलिस अधिकारी रामबालक यादव ने बुधवार को बताया, रीना देवी की दहेज के लिए हत्या के आरोप में अरुण कुशवाहा, उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। राज्य के सत्तारूढ़ दल के नेता के खिलाफ यह आरोप लगने के दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार ने दहेज व बाल विवाह के खिलाफ एक व्यापक अभियान शुरू किया था।
रीना देवी की शादी 2015 में दीपक कुमार से हुई थी और उनका एक 11 माह का बेटा है। पुलिस के अनुसार, वैशाली जिले में रहने वाले रीना के पिता महेश भगत ने अपनी शिकायत में कहा है कि अरुण कुशवाहा ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर दहेज के लिए उनकी बेटी की हत्या की है।
मामले की जानकारी देते हुए वैशाली थाना अध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2015 में रीना की शादी दीपक कुमार से की गई थी। शादी के बाद से ही उसके ससुराल वाले लगातार दहेज में और पैसा व फोर व्हीलर गाड़ी लाने की बात कर रहे थे। इसी दौरान विवाद बढ़ा और रीना की हत्या कर दी गई। वह एक बच्चे की मां भी थी। फिलहाल इस मामले में मृतका के पिता महेश भगत के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है जिसके बाद आरोपी जदयू नेता की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
दूसरी तरफ, जदयू नेता अरुण कुशवाहा ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि रीना पिछले 6 महीने से बीमार थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई लेकिन पुलिस वाले इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है।