scriptझारखंड : 7 आदिवासियों की हत्या मामले में पुलिस ने 15 लोगों को किया गिरफ्तार | Jharkhand Police arrested 15 people in chaibasa murdered of 7 tribals | Patrika News

झारखंड : 7 आदिवासियों की हत्या मामले में पुलिस ने 15 लोगों को किया गिरफ्तार

locationनई दिल्लीPublished: Jan 27, 2020 02:59:43 pm

Submitted by:

Shivani Singh

झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में हुई थी आदिवासी समुदाय के सात सदस्यों की हत्या
हत्या के आरोप में पुलिस ने 15 लोगों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार लोगों में गांव की पूर्व मुखिया के पति रांसी बुध शामिल

नई दिल्ली। झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में आदिवासी समुदाय के सात सदस्यों की हत्या के लिए 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों में गांव की पूर्व मुखिया के पति रांसी बुध और ग्राम प्रधान सुखराम बुध शामिल हैं। शुरुआत में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया और उनसे की गई पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

यह भी पढ़ें

आंध्र प्रदेश में भंग होगी विधान परिषद! रेड्डी सरकार के कैबिनेट में लगी मुहर

गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया है। वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना पर दुख जताते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था। सोरेन ने दुमका में गणतंत्र दिवस पर अपने संबोधन में कहा था, ‘मैं पश्चिम सिंहभूम जिले की घटना से आहत हूं और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’

बता दें कि पिछले सप्ताह पुलिस ने मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था। 19 जनवरी को बुरुगुलीकेला गांव में पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा एक बैठक बुलाई गई थी। गुलीकेला पंचायत के उप प्रमुख जेम्स भूड़ ने पत्थलगड़ी समर्थकों का विरोध किया। कथित तौर पर छह अन्य लोगों के साथ उसका अपहरण कर लिया गया था।

जब वे घर नहीं लौटे तो परिवार के सदस्यों ने उनकी हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इलाके में खबर फैल गई कि उन्हें मार दिया गया है। बाद में शवों को बरामद किया गया।
पत्थलगड़ी एक आदिवासी रिवाज है, जिसमें गांव की सीमा का सीमांकन करने के लिए कुछ स्थानों पर पत्थर लगाया जाता है। पत्थलगड़ी का इस्तेमाल 2016 में रघुबर दास की भाजपा सरकार द्वारा लाए गए संशोधन का विरोध करने के लिए किया गया था। पत्थरों का इस्तेमाल सरकार के खिलाफ नारे लिखने के लिए किया गया था।
यह भी पढ़ें

सीएए के खिलाफ प्रदर्शन पर शाह ने कहा- ईवीएम का बटन इतने गुस्से में दबाना कि शाहीन बाग में करंट लगे

सरकार के खिलाफ पत्थलगड़ी का समर्थन करने के लिए सैकड़ों लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। हेमंत सोरेन ने हालांकि अपनी पहली कैबिनेट बैठक में सभी पत्थलगड़ी के मामलों को वापस ले लिया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो