11 मार्च को नहीं हुए थे पेश आपको बता दें कि फारुक को 11 मार्च को सुनवाई के लिए बुलाया गया था। हालांकि, तब उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था। आपको बता दें कि एनआईए ने बीते 26 फरवरी को इस मामले में जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों के ठिकानों की तलाशी थी। इनमें नसीम गिलानी और अशरफ सेहरी, यासीन मलिक , शब्बीर शाह, जफर भट्ट, मसरत आलम और मीरवाइज जैसे अलगाववादी नेता शामिल थे।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष एनआईए ने मीरवाइज के दो मामा, मौलवी मंजूर और मौलवी शफत और उनके एक सहायक से भी पूछताछ की थी। ये दोनों सेवानिवृत्त वरिष्ठ सरकारी अधिकारी हैं।