यासिन मलिक को कल अनंतनाग में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के लिए जाते समय पामपोर इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट (जेकेएलफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासिन मलिक को शनिवार को नजरबंदी से मुक्त कर दिया गया जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैय्यद अली शाह गिलानी और अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह को नजरबंद रखा गया है। यासिन मलिक को कल अनंतनाग में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के लिए जाते समय पामपोर इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद रिक्त हुई इस सीट के लिए होने वाले चुनाव के लिए आठ उम्मीदवारों में राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी है। जेकेएल एफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि एहतियात के तौर पर हिरासत में लिए गए मलिक सहित फ्रंट के अन्य नेताओं को रिहा कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अनंतनाग के फ्रंट के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया है जबकि जेकेएलएफ के उपाध्यक्ष शैकत अहमद बख्शी को श्रीनगर के सेन्ट्रल जेल में हिरासत में रखा गया है। हुर्रियत के प्रवक्ता अय्याज अकबर ने कहा कि गिलानी को नजरबंद रखा गया है और उनके घर के बाहर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि हुर्रियत के महासचिव शब्बीर शाह भी पिछले एक माह से नजरबंद है।