ऑडिट मीटिंग में हुआ खुलासा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंदिर राज्य के मुजुरई विभाग के नियंत्रण में है और कलबुर्गी के उपायुक्त यशवंत गुरुकर विकास समिति के अध्यक्ष हैं। इस करोड़ो रुपए की ठगी का खुलासा गुरुकर की अध्यक्षता में हाल ही में हुई ऑडिट मीटिंग में हुआ, जिसके बाद तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी नामदेव राठौड़ ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
मंदिर की दान पेटियों से भी निकाले पैसे!
घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने कहा कि हमें यह संदेह ही कि पुजारियों ने मंदिर की दान पेटियों से भी पैसे निकाले हैं, जिसके कारण हम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर की। जांच में यह पाया गया कि जिस दिन दान पेटियों से पैसे गिने गए या तो सीसीटीवी कैमरों को दूसरी तरफ डायवर्ट कर दिया या फिर किसी चीज से ढ़क दिया गया। इसके बाद कालाबुरागी के उपायुक्त यशवंत गुरुकर ने आरोपी पुजारियों से पैसे की वसूली के आदेश जारी किए हैं।