गैंगरेप के बाद जंगल में फेंका बच्ची का शव
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सैयद इम्तियाज हुसैन ने बताया कि बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में एक महिला और चार युवकों को गिरफ्तार किया गया है। बच्ची का शव दो दिन पहले उरी तहसील में जंगल से बरामद किया गया था। अपराध के बारे में उन्होंने कहा कि बच्ची के पिता मुश्ताक अहमद गनाई ने अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी और उन्होंने आशंका जताई थी कि उनकी बेटी को अगवा किया गया है।
कोलकाता: दर्जनों गाड़ियों के साथ अचानक नाले में जा गिरा माझेरहाट पुल, हादसे की पहली तस्वीर
सौतेली मां ने ईर्ष्या में आकर रची शाजिश
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि लड़की के पिता की दो पत्नी हैं और बच्ची झारखंड की महिला की बेटी है। उसकी पहली पत्नी फहमीदा अधिकतर समय घर से बाहर रहकर काम करती थी, जबकि दूसरी पत्नी खाना पकाने के लिए घर में रहती थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फहमीदा अपने पति की दूसरी पत्नी गैर कश्मीरी खुशबू और उसकी बेटी से लंबे समय से नफरत करती थी क्योंकि उसे लगता था कि उसका पति अपनी दूसरी पत्नी से ज्यादा प्यार करता है। फहमीदा ने ईर्ष्या में आकर अपनी सौतेली बेटी को मारने की साजिश रची।
मां के सामने ने भाई ने दोस्तों के साथ किया बहन का रेप
2 सितम्बर को लापता लड़की का शव उसके घर से एक किलोमीटर दूर सड़े-गले हालात में बरामद हुआ था। इम्तियाज हुसैन ने कहा कि सौतेली मां फहमीदा ही बच्ची जंगल ले गई और चार अन्य लोगों के साथ अपराध को अंजाम दिया जिसमें उसका 14 वर्षीय बेटा, उसका दोस्त कैसर अहमद (19), नासिर अहमद (28) व एक एक अन्य 14 वर्षीय लड़का शामिल था।
बता दें कि इससे पहले जम्मू कश्मीर के कठुआ में भी नाबालिग से गैंगरेप की वारदात ने पूरे देश को दहला कर रख दिया था।