इस मामला का खुलासा होने के बाद परिजनों ने बच्ची को डाक्टरों से दिखाया तो वहां भी इस बात की पुष्टि हुई। पीड़िता का शारीरिक रूप से कमजोर होने की वजह से डाक्टरों ने सलाह दी कि अगर उसने गर्भपात नहीं कराया तो जान जोखिम में पड़ सकती है। डॉक्टरों की सलाह के बाद पीड़िता का गर्भपात कराया गया।
बकरबाल समुदाय की पीड़िता के पिता ने कहा कि जब मेरी बच्ची जानवरों को चराने गई थी तभी चार से पांच लोगों ने उसका रास्ता रोक लिया। बच्ची ने हमें बताया कि उसने बचने की कोशिश की तो लोग उसे बुरी तरह पीटने लगे। उनमें से एक ने उसके साथ तब तक रेप किया जब तक वह बेहोश नहीं हो गई। बच्ची को खुद भी नहीं पता कि उसके साथ कितनी बार रेप हुआ है। बच्ची के पिता ने बताया कि बच्ची से आरोपियों ने कहा कि अगर वह इस बारे में किसी को बताएगी तो उसके पूरे परिवार को जान से मार देंगे।
पुलिस ने इस केस की छानबीन के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) भी गठित की है। पुलिस ने कहा कि हमने इस मालमे में पीड़िता और उसकी मां का बयान दर्ज कर लिया है। उन्हें घटना कब हुई इसके तारीख की जानकारी नहीं है। पुलिस लड़की की वास्तविक उम्र पता लगाने की कोशिश कर रही है। आसपास के लोग इसे पिछले साल कठुआ में हुई दिल दहला देने वाली घटना से जोड़कर देख रहे हैं। दूसरी तरफ रेप का मामला सामने आने के बाद से बकरवाल समुदाय के लोग काफी डरे हुए हैं।