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उनके दिल का भी रखें खास खयाल

Published: Aug 06, 2018 05:02:22 am

अध्ययनों के मुताबिक सभी उम्र की महिलाओं को दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा है। खासतौर से युवा महिलाएं जो गर्भनिरोधक…

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अध्ययनों के मुताबिक सभी उम्र की महिलाओं को दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा है। खासतौर से युवा महिलाएं जो गर्भनिरोधक दवाइयां लेती हैं और धूम्रपान करती हंै, उनमें हृदय संबंधी बीमारियां होने की आशंका 20 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

दो बच्चों की मां आरुषि 40 साल की हंै। कुछ दिनों पहले आरुषि को बहुत ज्यादा थकान और छाती में रुक-रुक कर दर्द हुआ तो उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया। आरुषि पेशे से डॉक्टर हैं, इसके बावजूद उन्हें ये लगा कि शायद काम ज्यादा होने की वजह से ऐसा हुआ है।

लेकिन जब उन्हें डॉक्टर ने कहा कि वह हार्ट से जुड़ेे चेकअप कराएं तो उन्हें धक्का लगा। ये सिर्फ आरुषि का ही मामला नहीं बल्कि ज्यादातर महिलाएं घर, नौकरी और बच्चों के चक्कर में अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखतीं। दिल से जुड़ी बीमारियों को नजरअंदाज करने से महिलाओं की सेहत पर बोझ पड़ता है और वे हृदय संबंधी रोगों से पीडि़त हो जाती हैं।

तीन में से एक महिला दिल की रोगी

अमरीकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक तीन वयस्क महिलाओं में से एक को दिल से जुड़ी कोई न कोई बीमारी होती है। जयपुर के हार्ट एंड जनरल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. प्रकाश चांदवानी के अनुसार आमतौर पर दिल से जुड़ी बीमारियों को पुरुषों से जोडक़र देखा जाता है।

लेकिन नए आंकड़ों के अनुसार अब यह रोग महिलाओं को भी होने लगे हैं। कई बार महिलाओं को असामान्य लक्षण महसूस होते हैं, जिसे वे नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे आगे चलकर इलाज में उन्हें काफी समस्या होती है।

चेकअप को बनाएं आदत

जयपुर के गैलेक्सी सुपरस्पेशलिटी सेंटर के एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. एस. के. शर्मा के अनुसार महिलाओं को हमेशा ही छाती में दर्द के सामान्य लक्षण नहीं होते। कई बार असामान्य लक्षण जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, दिल के ऊपरी भाग में दर्द और थकान भी हो सकती है।

समय रहते शुरुआती लक्षणों की पहचान न होने के कारण कई बार महिलाओं को इमरजेंसी की स्थिति में इलाज करवाना पड़ता है। इन सबसे बचने के लिए जरूरी है कि महिलाएं अपना नियमित चेकअप करवाएं और छाती में दर्द या संबंधित लक्षण दिखें, तो फौरन किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें।

गर्भनिरोधक दवाइयां और धूम्रपान नुकसानदायी

हाल ही में हुए कई अध्ययनों के मुताबिक सभी उम्र की महिलाओं को दिल से जुडी बीमारियों का खतरा है। युवा महिलाएं जो गर्भनिरोधक दवाएं लेती हंै, उनमें हृदय संबंधी बीमारियां होने का खतरा 20 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। वहीं जो महिलाएं गर्भनिरोधक दवाएं कम लेती हैं और धूम्रपान नहीं करती हैं, उनमें दिल की बीमारियां कम होती हैं।

 

अमरीकन हार्ट एसोसियेशन के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर के मुकाबले दिल संबंधी बीमारियां ज्यादा घातक हो सकती है। हालांकि इस समस्या को रोकने के लिए प्रयास किये जा रहे हंै और ये सब आधुनिक तकनीकों, दवाइयों व समय-समय पर चेकअप कराने से ही संभव हो सकता है।

खुद के प्रति जागरूक बनें महिलाएं

हृदय रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि आपका वजन कंट्रोल में रहे। इसके लिए आप सबसे पहले तो तला-भुना, मिर्च-मसाले वाला खाना कम खाएं। बच्चों और पति की प्लेट में बचे खाने को खाकर बेवजह ओवर ईटिंग का शिकार ना हों। रोजाना सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाएं। चाहें तो योगा या एरोबिक्स भी कर सकती हैं। अगर पहले से हृदय रोग की समस्या है, तो अपने डॉक्टर का नंबर हमेशा अपने पास रखें।

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