मुंबई: बावखलेश्वर मंदिर को तोड़ने की कवायद शुरू, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका
क्रिकेटर मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने थामा कांग्रेस का हाथ, मुंबई से शुरू की सियासी पारी
21 सितंबर को किया गया था गिरफ्तार
दरअसल, केरल हाई कोर्ट से जमानत मिलने के एक दिन बाद कैथोलिक बिशप फ्रैंको मुलक्कल कोट्टायम के समीप पाला उप-कारागार से बाहर निकल गए। बिशप को एक नन के साथ दुष्कर्म के आरोप में 21 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। जमानत मिलने के बाद जालंधर पहुंचे मुलक्कल का उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। मुलक्कल को 21 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। तीन दिन की पूछताछ के बाद 24 सितंबर को उन्हें दो हफ्तों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
#MeToo में फंसे फिल्म निर्माता साजिद खान, बिकिनी फोटोज की करते थे डिमांड
बिशप मुलक्कल पर एक नन के साथ 2014 से 2016 के बीच लगातार यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। नन ने बिशप के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत में बताया है कि पंजाब के जालंधर के रोमन कैथलिक डाइअसिस के बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने वर्ष 2014 से वर्ष 2016 के बीच उसके साथ 14 बार दुष्कर्म किया। वहीं, बिशप ने इन आरोपों को निराधार बताया है। बिशप का कहना है कि उन्हें नन के खिलाफ कार्रवाई करने के कारण फंसाया जा रहा है।मुलक्कल के अनुसार, यह समस्या 2016 में तब शुरू हुई जब उन्हें नन के खिलाफ एक शिकायत पर कार्रवाई की।