आपको बता दें कि लंबे समय से केरल में सीपीआई एम, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उनके अनुषांगिक संगठन की एक-दूसरे पर हमले की बात सामने आती रही है। हाल में दोनों संगठनों के नेताओं के घरों पर बमों से हमले भी हुए थे। अब ये आग सत्ताधारी सीपीआई (एम) और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच भी तेजी से फैलती नजर आ रही है। केरल के कासरगोड में दो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की हत्या को भी इसी सो जोड़कर देखा जा रहा है।
वारदात के दौरान मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो दो कांग्रेस नेता एक बाइक से गुजर रहे थे तभी एक जीप में कुछ लोग वहां पहुंचे और उन पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस हमले में दोनों कार्यकर्ताओं की मौके पर ही मौत हो गई। कांग्रेस ने इस हत्या का आरोप सत्ता धारी दल सीपीआई एम पर लगाया है। यही नहीं यूडीएफ ने कासरगोड जिले में आज हड़ताल का आह्वान भी किया है।
ये पहला मामला नहीं जब कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या हुई हो। इससे पहले भी केरल के कन्नूर जिले में पिलछे वर्ष फरवरी 2018 में ही ऐसी घटना सामने आई थी। यह घटना उस वक्त हुई जब कार से आए चार हमलावरों ने एसपी सुहैब और पार्टी के दो अन्य सदस्यों पर देसी बम फेंके। इस हमले में सुहैब की हत्या हुई थी जिसका आरोप भी सीपीआई (एम) पर लगा था।