शिकायत मिलने की कार्रवाई :स्कूल प्रशासन
स्कूल प्रशासन ने एक लेटर पैड पर लड़कियों से यह ‘कबूलनामा’ लिखवाकर हस्ताक्षर लिया है। स्कूल प्रशासन ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि ये कदम बच्चों को सुधारने के लिए लिया गया था। उनका कहना है कि उन्हें इस मामले में शिकायत मिली थी कि ये लड़कियां एक-दूसरे के साथ गंदी हरकतें करती हैं। और जब उन्होंने इस बारे में लड़कियों को तालाब किया तो उन सब ने खुद ही लेस्बियन होने की बात पर सहमति जताई।
परिजनों का हंगामा
मामला सामने आने पर इन छात्रों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कि उनके बच्चों से ये जबरन साइन कराया गया कि वो लेस्बियन हैं। परिजनों ने अंदेशा जताया कि स्कूल प्रशासन ये बात छात्राओं के करैक्टर सर्टिफिकेट पर भी लिखने की योजना बना रहा है।उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से भी की। अभिभावकों का कहना है कि अगर कोई दो लड़की एक दूसरे का हाथ पकड़े या कंधे पर हाथ रखकर चले तो इससे ये साबित नहीं होता कि वो लेस्बियन हैं।
प्रधानाचार्या का बयान
स्कूल की प्रधानाचार्या ने बताया कि उन्होंने इस मामले में छात्रों के परिजनों से बात की है। उन्होंने कहा, ‘हमने अभिभावकों को बुलाकर उनसे बात कर, उनका पक्ष समझना चाहा। उन्होंने कहा हमारी सिर्फ यही कोशिश है कि बच्चियां स्कूल और घरों में अच्छे से रहें।
छात्राओं ने कहा ‘हमसे जबरदस्ती साइन कराया’
वहीं छात्राओं का कहना है कि उन्हें फंसाया जा रहा है और उन्होंने ऐसी कोई हरकत नहीं की है। एक लड़की ने बयान दिया कि स्कूल प्रशासन ने उन्हें बुलाकर कहा कि उन्होंने कुछ गलत किया है। छात्राओं ने बताया, ‘उन लोगों ने हमारे लिए गलत शब्दों का प्रयोग किया और कहा अगर हमने एग्रीमेंट पर साइन नहीं किया तो वो हमें सस्पेंड कर देंगे।