वहीं इस हादसे में एक दर्जन से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबरसामने आ रही है। हालांकि, प्रशासन की ओर से श्रद्धालु के मौत की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
लेकिन स्थानीय लोगों का दावा है कि इस भगदड़ में एक व्यक्ति की जान चली गई है। आपको बता दें कि अशोकधाम मंदिर में सावन के हर सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
यही वजह है कि चौथे सोमवार को भी यहां भक्तों की जबरदस्त भीड़ पहुंची। ईद की नमाज के बाद श्रीनगर में वापस ली गई ढील, धारा 144 लागू दरअसल सावन के महीने में यहां मेला का आयोजन किया जाता है।
बताया जा रहा है कि मेला के दौरान ही भगदड़ मच गई, जिसमें एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि कई लोग इस भगदड़ में घायल हो गए। अशोक धाम मंदिर में हुए हादसे में जान गंवाने वाले मृतक की पहचान नहीं हो सकी है।
प्रशासन की लापरवाही
वहीं सबसे बड़ी बात जो निकल सामने आई है वो ये कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने के बाद भी यहां सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम देखने को नहीं मिले। इतना ही नहीं यहां पर कोई भी मेडिकल टीम भी तैनात नहीं की गई थी।
वहीं सबसे बड़ी बात जो निकल सामने आई है वो ये कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने के बाद भी यहां सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम देखने को नहीं मिले। इतना ही नहीं यहां पर कोई भी मेडिकल टीम भी तैनात नहीं की गई थी।
भगदड़ मचते ही लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान कई लोग नीचे भी गिर गए। मौके पर मौजूद लोगों ने मौजूद लोगों को संभालने की कोशिश की लेकिन इस दौरान काफी देर हो चुकी थी।
आर्टिकल 370 हटने पर बोले PM मोदी- सरकार ने सोच-समझकर लिया यह फैसला फिलहाल काबू में हालात
सावन मेले के दौरान मची भगदड़ की जैसे पुलिस को सूचना मिली वो मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद हालात को काबू में किया गया।
सावन मेले के दौरान मची भगदड़ की जैसे पुलिस को सूचना मिली वो मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद हालात को काबू में किया गया।
फिलहाल मंदिर परिसर में शांति है। सावन के अंतिम सोमवारी होने के कारण बिहार के सभी शिव मंदिरों में सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।