ISIS के इशारे पर करते थे काम
महाराष्ट्र एटीएस ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए 9 लोग उम्मत-ए-मुहम्मदिया के सदस्य हैं। ये देश से बाहर स्थित आईएसआईएस के किसी व्यक्ति के संपर्क में थे। गिरफ्तार लोगों में से एक की पहचान दाऊद इब्राहिम के करीबी राशिद मालबारी के बेटे के रुप में हुई है। गिरफ्तार संदिग्धों में दो एक्सपर्ट इंजीनियर, एक इंजिनियर का छात्र, एक फार्मासिस्ट और 11 वीं का छात्र है।
बड़े केमिकल अटैक की थी साजिश इसके पास से जहरीले केमिकल और एडिस बरामद हुए हैं। जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि ये किसी भीड़ भाड़ वाली जगह पर केमिलक अटैक करने की फिराक में थे। ये खाने की चीज या नदी में जहर या एसिड मिला सकते थे। इनके पास कई ऐसी बोतलें भी मिली हैं जिनपर रासायनिक नाम लिखे हुए हैं। इसके अलावा आरोपियों के पास से 6 पेन ड्राइव, 24 से अधिक मोबाइल, 6 लैपटॉप, 6 वाईफाई पॉड, 24 से अधिक डीवीडी और सीडी, 12 से हार्ड ड्राइव और 6 से मेमोरी कार्ड भी जब्त किए गए।
आतंकी समूह के स्लीपर सेल होने की आशंका एटीएस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति के सोशल मीडिया खाते से कुछ आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है और अब जांचकर्ता फोनों, लैपटॉप, ईमेल, सोशल नेटवर्क साइट और अन्य जानकारियों को खंगाल रहे हैं। एटीएस को शक है कि ये लोग आतंकी समूह के स्लीपर सेल का हिस्सा हैं।
18 से 22 साल है सभी संदिग्धों की उम्र न्यूज एजेंसी के मुताबिक एटीएस का यह अभियान रविवार देर रात को थाणे के मुम्ब्रा शहर और औरांगाबाद में चला। दोनों जगहों पर अल्पसंख्यकों की बड़ी आबादी है। इनमें से चार को मुम्ब्रा से और बाकी को औरंगाबाद से हिरासत में लिया गया। इन लोगों को पूछताछ के लिए मुंबई ले जाया गया है। ये लोग केंद्र से मिली खुफिया सूचना के आधार पर पहले से ही एटीएस के निशाने पर थे। सुरक्षा एजेंसी को अपनी पूछताछ में औरंगाबाद के पांच अन्य लोगों की जानकारी मिली, जिन्हें बाद में हिरासत में लिया गया। सभी 18-22 वर्ष की उम्र के हैं।